नई दिल्ली: दिल्ली के पूर्व एमपी व कांग्रेस दलित नेता उदित राज अपने विवादित बयानों के कारण जाने जाते है। अब हाल ही में उदित राज ने सोनू सूद पर हमला बोलना शुरू कर दिया है।
डॉ उदित राज के मुताबिक सोनू सूद ने स्टारडम बटोरने के चक्कर में प्रवासी मजदूरों को भेजने में बहुत बड़ा घोटाला कर दिया है।
उनके अनुसार सोनू सूद ने जिन 70000 मजदूरों को घर भेजा है उसका आंकड़ा उन्हें सार्वजनिक करना चाहिए जिससे दूध का दूध और पानी का पानी हो जाये। इसी के साथ उदित राज ने सीबीआई जाँच की भी मांग करी है।
क्यों लगाए उदित राज ने आरोप
डॉ उदित राज ने यह आरोप दिलीप मंडल के एक रिसर्च के आधार पर लगाए है। उदित राज के मुताबिक दिलीप मंडल ने अपनी जाँच में पाया कि जो मजदुर बिहार पहुंच गए है उन्हें यह धन्यवाद दे रहे है फिर सोनू सूद उनको रीट्वीट करते है।
जिस तरह की खबरें आ रही।सोनू सूद के फ़र्ज़ीवाड़े की जाँच सीबीआई से होना चाहिए।@Profdilipmandal
— Dr. Udit Raj (@Dr_Uditraj) June 10, 2020
फिर वही मजदुर कहता है हमें उत्तरप्रदेश में जाना है फिर सोनू सूद रीट्वीट करते है। आगे उदित राज ने बताया की इन एकाउंट्स को एक ही दिन के आस पास खोला गया है व उनके अधिक फॉलोवर्स भी नहीं थे।
उदित राज ने आगे कहा कि फर्जीवाड़े में सोनू सूद नेताओ के भी बाप निकल गए है। साथ ही उन्होंने सोनू सूद से सभी बसों के नंबर जारी करने का भी आग्रह किया है।
बीजेपी, आरएसएस पर लगाए मिलीभगत के आरोप
डॉ उदित राज ने इस मामले में बीजेपी व आरएसएस पर मिले होने के आरोप लगाए है। दलित नेता के मुताबिक महाराष्ट्र में बीजेपी शिवसेना के शासन को नीचा दिखाने के लिए सोनू सूद को आगे लेकर आई है।
उदित राज ने आगे यह भी बताया कि सोनू इतने बड़े एक्टर नहीं है और न ही इतने बड़े दान वीर तो अचानक इनका हृदय परिवर्तन कैसे हो गया।
हमारी जाँच
उदित राज बोलने से पहले थोड़ा भी सोचना परखना ठीक नहीं समझते है। उनके मुताबिक जिस ट्वीटर अकाउंट से ट्वीट किये जा रहे है वह उन्ही दिनों खोले गए है व उनके फॉलोवर्स भी बहुत कम है।
तो उदित राज जी यह बताये कि भारत के कितने मजदुर ट्वीटर को जानते तक भी है चलाना तो दूर। जब उन मजदूरों को मालूम चला की ट्वीटर पर लिखने से वह घर जा सकते है तो उन्होंने अपने ट्वीटर अकाउंट खोले थे।
वहीं भला उनको अब फॉलोवर्स से क्या मतलब है? और चंद दिनों में कोई मजदुर कितने फॉलोवर्स जुटा लेगा। आपको बता दे कि कई मजदूरों ने तो घर पहुंचने के बाद से ट्वीटर नहीं चलाया है। वही एक अन्य ट्वीट कर सोनू सूद ने यह पहले ही जताया था कि कई लोग फर्जी ट्वीट कर मदद की मांग कर रहे है व उनके रीट्वीट के बाद उसे डिलीट भी कर दे रहे है जिसपे सोनू सूद ने संदेह जाता कर कहा था कि यह लोग जिन्हे मदद चाहिए उनके बीच में रोड़ा बन रहे है।
ऐसे में सोनू सूद भला क्यों उदित राज जी को अपने व्यय व बसों को लेखा जोखा प्रदान करे ? क्या उदित राज ने उन्हें आर्थिक व बस या ट्रैन के माध्यम से कोई मदद मुहैय्या कराई थी ? फर्जी ट्वीट करने के बाद यह दलित गैंग अब फर्जी आरोपों पर भी उतर आई है।
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Why Harsh Meena is writing this piece?
Harsh Meena is a student of journalism at the University of Delhi. He reads and writes Dalit politics for exposing the venom spread by the so-called Dalit organizations. Besides, he is known for being vocal about the forceful conversions of the Hindu Dalits. Fun Fact, Dalit organizations hate him for exposing their nexus with Jay Meem!