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सवर्ण एक्टिविस्ट पंकज धवरैया की एक साल पुराने SC-ST एक्ट में गिरफ्तारी, सवर्णों के मुद्दों को लेकर सरकार पर थे हमलावर

लखनऊ: हाथरस में हुई सवर्ण एक्टिविस्ट पंकज धवरैया की गिरफ़्तारी को लेकर कई तरह की चर्चाओं के बाद अब उनकी एक वर्ष पुराने मामले में गिरफ़्तारी की बात सामने आई है। सवर्ण एक्टिविस्ट की गिरफ्तारी के बाद लोगों में काफी आक्रोश देखने को मिल रहा है, जिसके बाद लोगों ने यूपी सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है और ट्विटर पर ‘एंटी ब्राह्मण यूपी गवर्नमेंट’ ट्रेंड कर दिया। जानकारी के मुताबिक हाथरस में आंदोलन स्थल पर हुई उनकी पुलिस अधिकारियों से तीखी बहस के बाद उन्हें गिरफ्तार किया गया था।

आशा कार्यकर्ताओं के समर्थन में पहुंचे थे धवरैया
राष्ट्रीय सवर्ण परिषद के अध्यक्ष धवरैया हाथरस में आशा कार्यकर्ताओं के समर्थन में हाथरस पहुंचे थे जहां उनकी पुलिस अधिकारियों से जमकर बहस हुई थी। बहस के बाद पुलिस धवरैया को गिरफ्तार कर थाने ले गई जहां उन्हें पुराने एससी एसटी एक्ट के मामले में हिरासत में लेने की जानकारी दी गई है। मामला सितंबर 2021 में चंदपा थाने में दर्ज किया गया था जिसमें पुलिस ने IPC 147 392 323 और एससी एसटी एक्ट की धारा जोड़ी थी।

ट्विटर पर हुआ ट्रेंड
गुजरात चुनाव के बीच अचानक से ट्रेंड हुए #AntiBrhamin_UPgovt ने सबका ध्यान आकर्षित किया। मामले में धवरैया के समर्थन ने कुछ ही घंटो में हजारों ट्वीट कर इसे देश का टॉप ट्रेंड बना दिया। इस ट्रेंड में आम लोगों का साथ कई वेरिफाइड अकाउंट ने भी दिया। हालांकि लोगों द्वारा कई बार टैग करने के बाद भी हाथरस पुलिस ने पंकज की गिरफ्तारी पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी।

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