नेतागिरी

न्यायपालिका में लागु हो आरक्षण, हर जगह सवर्ण है तो देश की गड़बड़ी के लिए भी यही जिम्मेदार हो : भाजपा सांसद

डॉ उदित राज जी ने कहा की बीजेपी सवर्णो के वोट से नहीं जीतती है, वह नोटा की वजह से नहीं हारी बल्कि अनुसूचित जाति व जनजाति के वोट न मिलने की वजह से हार गयी थी।

दिल्ली : काफी दिनों से देश में चल रहे पिछड़े और अगड़ो की राजनीती में एक बार फिर भाजपा सांसद की जुबान फिसल गयी है। दरअसल न्यायपालिका में बीजेपी सरकार आरक्षण देने का मन बना रही है जिसपर काफी गहमा गहमी शुरू हो गयी है।

इसी कड़ी में दिल्ली से भाजपा के सांसद डॉ उदित राज ने सवर्णो को देश के पिछड़े होने का दोषी बता डाला उन्होंने बहस के दौरान कहा की “इस देश के जितने कॉर्पोरेट हाउस उसमे शत प्रतिशत सवर्णो के हाथ में, मीडिया सवर्णो के हाथ में है, फिल्म इंडस्ट्री इनके हाथ में, मार्किट इकॉनमी इनके पास में, जमींदारी इनके पास में”।




आगे उन्होंने कहा की “जब सब कुछ इनके पास है तो देश की गड़बड़ी के लिए भी तो यही जिम्मेदार हो”। आपको हम बताते चले की उदित राज जी लम्बे अर्से से प्राइवेट सेक्टर व न्यायपालिका में आरक्षण को लेकर सरकार पर दबाव बनाते आये है जिसपर हाल ही में उदित राज जी ने 3 दिसंबर को इसके लिए रामलीला मैदान में आंदोलन भी कर चुके है।

  • नोटा की वजह से नहीं हारी भाजपा
    डॉ उदित राज जी ने कहा की बीजेपी सवर्णो के वोट से नहीं जीतती है और वह नोटा की वजह से नहीं हारी है बल्कि अनुसूचित जाति व जनजाति के वोट न मिलने की वजह से हार गयी थी।



  • डॉ कौशल कांत जी ने देश को एक होने का सन्देश दिया
    यूथ फॉर इक्वलिटी के अध्यक्ष डॉ कौशल कांत जी ने उदित राज जी को शो में लताड़ते हुए कहा की देश को ऐसे जाति के आधार पर बाटने वाले नेताओ और पार्टियों के खिलाफ एक साथ खड़ा होना होगा।

उन्होंने दोहराया की अगर आप आज साथ नहीं हुए तो यह लोग समाज को तोड़ देंगे व न्यायपालिका का भी बेडा गर्क कर देंगे              जिसको युथ फॉर इक्वलिटी कभी नहीं होने देगी। आपको हम बता दे की जब ओबीसी आरक्षण लागु हुआ था तब युथ फॉर इक्वलिटी      की वजह से ही ओबीसी आरक्षण में क्रीमी लेयर का सिद्धांत सुप्रीम कोर्ट द्वारा जोड़ा गया था जिसकी सीमा 1 लाख रूपए राखी गयी       थी जिसे हाल ही में बीजेपी सरकार ने बढ़ा कर 8 लाख रूपए कर दिया था।

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3 Comments

  1. Ac/At व मुस्लिम न बीजेपी थे और न ही होगे !बीजेपी की जीत हमारे स्वर्णो की ताकत है 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले SC/ST अध्यादेश को हटाकर या तो स्वर्ण आयोग गठित करे या आरक्षण हटाए वरना वापस हार का मुंह देखना पड़ेगा

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