भाजपा सांसद का अटपटा कथन “अयोध्या, मथुरा, काशी छोंड़ दो, दिल्ली की जामा मस्जिद तोड़ दो”
देश की राजनीति की राह दिखाने वाले यूपी सूबे से भाजपा के लोकसभा सदस्य व फायरब्रांड हिंदूवादी नेता साक्षी महाराज के बेतुके वचन, राम मंदिर पर सरकार को अध्यादेश लाने की दे डाली नसीहत
उन्नाव (यूपी) : देश में जहां एक ओर 5 सूबों के चुनाव का मौसम चल रहा है, इसी दौरान देश के कुछ नेता मंदिर मस्जिद के सुर भी अलापने में लगे हैं | भले ही राम मंदिर की सारी अटकलें देश की अदालत के फैंसले पर ही टिकी हों पर नेताओं के बयान हैं कि रुकते ही नहीं |
साक्षी महाराज का एक बार फिर राम मंदिर जाप :
सभी को भले पता है कि राम जन्मभूमि व बाबरी मस्जिद का मामला देश की सबसे बड़की वाली अदालत यानी सुप्रीम कोर्ट पर बरसों से अटका पड़ा है | इसके बावजूद नेताओं के ऐसे बेतुके बयान आ रहे हैं जैसे कि वो अपने भाषणों से ही मंदिर की दीवार बनवाने कर वाले हैं !
योगी जी के सूबे यानी यूपी से भाजपा सांसद साक्षी महाराज नें एक सभा के दौरान चौकाने वाला दावा पेश किया है | उन्होंने कहा कि ” जब मैं राजनीति में आया था तो मथुरा में मेरा सबसे पहला बयान था; अयोध्या मथुरा काशी छोंड़ दो, दिल्ली की जामा मस्जिद तोड़ दो, अगर मस्जिद की सीढ़ियों में मूर्तियां न मिले तो मुझे फांसी पर लटका देना ” |
महाराज की ही नहीं, राम मंदिर पर सीरियल भाषणबाजी जारी है :
साक्षी महाराज ही अकेले ऐसे नेता नहीं हैं जो राम मंदिर को भाषणों के जरिए ही बनवा रहे हैं इसके अलावा महाराष्ट्र की शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे भी अयोध्या चलो की मुहीम छेंड़ चुके हैं |
वहीं ओवैसी भी बोल चुके हैं कि ” सरकार की हिम्मत हो तो राम मंदिर पर अध्यादेश लाए ” |
सीएम योगी का बयान ” राम मंदिर पर सुप्रीम कोर्ट के आदेश की प्रतीक्षा करनी चाहिए, लेकिन जल्द खुशखबरी आने वाली है ” |
एक नजर साक्षी महाराज की ओर :
बयान तो आप उनके सुनते ही होंगे लेकिन आइए उनके बारे में कुछ जानते हैं | महाराज जी का पूरा नाम है स्वामी सच्चिदानंद हरि साक्षी और वो यूपी के उन्नाव से 2014 में भाजपा सांसद चुने गए थे |
महाराज की छवि एक फायरब्रांड हिंदूवादी नेता की है लेकिन वो कई बार अपने अटपटे बयानों के कारण सुर्ख़ियों में रहे हैं | तभी तो उन्होंने इस शुक्रवार को अपने संसदीय क्षेत्र उन्नाव से ऐसा अटपटा दावा किया है |
हालांकि इस चुनावी बहार में ऐसे बयानों के क्या मायने होते हैं ये देश की जनता अपनी बुद्धि के सहारे तय करने में सक्षम है |