सोशल डब्बा

‘किसी गरीब के साथ गलत हो जाता तो’, बारिश में सफाई करने खुद गटर में घुसे BJP नेता

मंगलुरु (कर्नाटक) : बारिश में जाम नाले की सफाई के लिए सफाईकर्मी की बजाय खुद BJP नेता गटर में घुस गए।

इन दिनों देश के कई हिस्सों में भारी बारिश का दौर शुरू है जिससे कई सड़कें कहीं नाले तो गटर जाम होने लगे हैं ऐसा ही कुछ कर्नाटक में हुआ लेकिन ये घटना चर्चा बन गई।

दरअसल सोशल मीडिया पर एक फोटो वायरल हो गई जिसमें दावा जा रहा था कि बारिश से नाला जाम हो गया तो गटर साफ करने के लिए उसमें खुद BJP नेता घुस गए।

News18 की रिपोर्ट के अनुसार कर्नाटक के मंगलुरु, में स्थानीय भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के पार्षद मनोहर शेट्टी ने बुधवार, 24 जून को अपने वार्ड के कादरी-कंबाला में एक नाले की सफाई की। सफाई के लिए शेट्टी खुद एक गटर में घुस गए जिसके बाद वो इंटरनेट पर लोगों का दिल जीत रहे हैं।

जब घटना वायरल हुई उसके बाद मीडिया नें उनसे बात की तो उन्होंने बताया कि नाले में कचरे होने से बारिश के पानी की नाले के ऊपर से बहने लगा, जिससे यातायात की समस्या पैदा हो गई और पैदल चलने वालों के लिए एक खतरा पैदा हो गया। जब नाली को साफ करने की बार-बार कोशिश विफल रही, तो शेट्टी ने एक मजदूर को काम करने के लिए बुलाया। हालांकि, मजदूर ने मानसून के मौसम में नाले में खतरे का हवाला देते हुए मैनहोल में जाने से मना कर दिया।

इसके बाद BJP नेता ने नगर निगम को आदेश दिया कि नाले को साफ करने के लिए हाई-स्पीड वाटर जेट के साथ फिट किए गए वाहन को भेजा जाए। जबकि उन्होंने जेट ऑपरेटर से नाली में घुसने और भरा हुआ पाइप हटाने का प्रयास करने का अनुरोध किया लेकिन उन्होंने भी इनकार कर दिया ।

शेट्टी ने मीडिया से कहा, “स्थिति खराब हो रही थी। कोई भी अंदर जाने के लिए तैयार नहीं था। फिर, मैंने मैनहोल में घुसने और बंद पाइप को साफ करने का फैसला किया।”

शेट्टी के नाले में उतरने के बाद, उनके चार कार्यकर्ता भी नाले में उतर गए। चूँकि यहां अंदर घनघोर अंधेरा था, इसलिए शेट्टी और उनके कार्यकर्ताओं ने टॉर्च का इस्तेमाल किया और कचरे को साफ़ करने के लिए आधे दिन में नाले की सफाई कर दी।

उन्होंने ये भी कहा कि “हम गरीब लोगों को हमारे लिए पाइप साफ करने के लिए एक मैनहोल में घुसने के लिए मजबूर नहीं कर सकते हैं। अगर कुछ गलत हो जाता है, तो कौन जिम्मेदारी लेगा ? यही कारण है कि मैंने खुद काम करने का फैसला किया। हम सब कुछ के लिए अधिकारियों पर निर्भर नहीं रह सकते। “

उन्होंने कहा कि “मैनहोल में घुसना करना उनका कर्तव्य था और हमनें इसे प्रचार के लिए नहीं किया। हम चुने हुए प्रतिनिधि हैं। यदि हम जल्दी से कुछ कर सकते हैं, तो हमें ऐसा करना चाहिए।”

उन्होंने ये भी कहा कि “मंगलुरु में, मानसून के चार महीनों के दौरान भारी बारिश होती है; हम ऐसी चीजों को स्थगित नहीं कर सकते। हमें तुरंत कुछ करना था और हमने बस यही किया।”


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Why Shivendra Tiwari is writing this piece?
Shivendra Tiwari is a student of journalism at the University of Delhi. Shivendra comes from a very remote village of Riwa situated in Madhya Pradesh. Shivendra’s knowledge about regional and rural politics defines his excellence over the subject. Apart from FD, he writes for ‘Academics 4 Namo’ and ‘Academics for Nation’ to express the clear picture of right-wing in the rural areas. Moreover, Tiwari Ji is from a science background and had scored more than 95% in his intermediate exams!

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