गलत कारणों से ट्वीटर पर कश्मीर कर रहा है ट्रेंड, पाक के ट्वीटर हैंडल से हो रहे है ट्वीट
नई दिल्ली: वर्ल्ड प्रेस फ्रीडम डे व शहीद हुए 5 वीर भारतीय सैनिको की वजह से आज दिन भर ट्वीटर पर कश्मीर करीब 2.5 लाख ट्वीट्स के साथ ट्रेंड कर रहा था। इनमे से आधे से अधिक ट्वीट पाकिस्तान संयोजित ट्वीट थे जो पुरे विश्व का ध्यान कश्मीर पर आकर्षित करने का प्रयास कर रहे है।
पाकिस्तान के ट्वीटर हैंडल से सजाये जा रहे यह ट्वीट मुख्य तौर पर कश्मीर को भारत के विरुद्ध संघर्ष करते हुए दिखाने का प्रयास कर रहे है। इनमे से कई ट्वीट बाकायदा US प्रेजिडेंट, OIC, यूएन व मुस्लिम देशो का ध्यान आकर्षित करने के लिए किये गए थे। दिलचस्प बात यह है कि इसमें से एक भी ट्वीट आपको उर्दू में नहीं मिलेगा सभी ट्वीट अंग्रेजी में किये जाते है जो पश्चिमी देशो को ध्यान में रख कर पाकिस्तान में बनाये जाते है।
Kashmiris are witnessing harsh conditions during Ramadhan. In just first 9 days of Ramadhan, #IndianArmy have destroyed 10 residential houses in Indian occupied #Kashmir.#Handwara pic.twitter.com/aPggq9xXZ8
— Legal Forum for Kashmir (@lfovkofficial) May 3, 2020
A very alarming situation in Occupied #Kashmir. The world must wake up and take action against the brutal Indian government of Narendra Modi. #lockdown #COVID pic.twitter.com/J6FvkFrHw3
— Mushaal Hussein Mullick (@MushaalMullick) May 3, 2020
आपको बता दे कि कश्मीर के हंदवाड़ा में आतंकियों से मुठभेड़ में भारत के 5 जवान शहीद हो गए है इनमे जाबांज कर्नल आशुतोष शर्मा भी शामिल है। वही घंटो चली इस मुठभेड़ में कश्मीर लश्कर-ए-तैयबा का टॉप कमांडर भी मारा गया है। वही कुल दो आतंकियों के मारे जाने की खबर है।
पाकिस्तान की ओर से इससे पहले भी कई मौको पर फर्जी ट्वीट करके हिन्दू मुस्लिम भाई चारे को ठेस पहुंचाने का प्रयास किया गया है जिसका पिछले उदाहरण में ओमान की प्रिंस के फर्जी ट्वीटर अकाउंट से भारत के विरुद्ध किये गए ट्वीट भी शामिल है।
Kashmiris are witnessing brutal conditions during Ramadhan. In just first 9 days of Ramadhan, Indian army have destroyed 10 residential houses in Indian occupied #Kashmir.#KashmirBleeds #standwithkasmir pic.twitter.com/njHnoke4ev
— Imaasyed (@SyedImma2002) May 3, 2020
खस्ताहाल आर्थिक हालातो के कारण पाकिस्तानी सरकार अब साइबर वारफेयर के माध्यम से वैश्विक संस्थाओ का ध्यान भारत पर आकर्षित करना चाहती है।
आपको बता दे कि वर्ष 2016 में पाकिस्तानी संसद द्वारा एक बिल पास करके भारत के मुस्लिमो को बरगलाने व साइबर वारफेयर का प्रयोग करके भारत को अन्दर से डी-स्टैबलाइज करने की बाते करी गई थी जिसके लिए पाकिस्तान के शहर इस्लामाबाद स्थित दो थिंक टैंको को यह काम सौपा गया था।
वही इस डॉक्यूमेंट में आरएसएस को भी वैश्विक पटल पर एक आतंकी संगठन के रूप में दिखाने की बातो पर जोर देने का प्रयास किया है।
A ruthless accountability of RSS has begun in the Arab media. Hindutva fascists abusing Arabs and Islam on social media and political forums must know that OIC and UN will get to them #BanRSS #HindutvaTerror #Kashmir #Modi #Yogi @RahulGandhi @ShashiTharoor @RanaAyyub @asadowaisi https://t.co/9OwT1NyCKa
— GlobalMuslim (@GlobalMuslim2) May 2, 2020
आपको बता दे कि इस डॉक्यूमेंट को सर्वप्रथम आज तक के माध्यम से नेशन बिल्डिंग एक्टिविस्ट व यूथ फॉर इक्वलिटी के अध्यक्ष डॉ कौशल कांत जी ने उठाया था। जिसके बाद राज्यसभा में सांसद सुधांशु त्रिवेदी ने इसे संसद के समक्ष पेश किया था।