मायावती नें पैदा किया है दलितों व दूसरे समाजों के बीच नफ़रत: दलित विधायक
गोपमाऊ (UP) : दलित MLA नें माना कि मायावती नें दलितों व दूसरे समाज में नफ़रत पैदा की है ।
उत्तरप्रदेश की राजनीति में पिछले कई दशकों से जात-पात की राजनीति काफ़ी हद तक हावी रही है । जहाँ उत्तरप्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री रही मायावती नें पिछड़े वर्गों, दलितों, बहुजनों की राजनीति करके ख़ुद को इनका मसीहा बताया ।
वहीं अब सूबे की दलित राजनीति में नए नए चेहरे एक दूसरे को समाज का मसीहा बताने की होड़ में लगे हैं । एक तरफ़ समाज की अलग विचारों से चंद्रशेखर रावण ख़ुद को बहुजनों कक मसीहा बना रहे हैं ।
इधर उत्तरप्रदेश की योगी आदित्यनाथ वाली भाजपा सरकार में दलित विधायक भी आजकल अपनी अलग राजनीति से चर्चा में रहे हैं । आपको याद दिला दें कि साक्षी मिश्रा केस में उनका बयान मीडिया में लाइम लाइट में रहा ।
अब सूबे में उपचुनाव आने हैं ऐसे में गोपमाऊ से भाजपा के दलित विधायक श्याम प्रकाश नें एक पोस्ट किया है जिसमें उन्होंने माना है कि आज जो दलित और अन्य समाजों में एक खाई पैदा हुई है उसकी जिम्मेदार सूबे में कई सालों तक दलितों की राजनीति करने वाली मायावती जिम्मेदार हैं ।
शनिवार को श्याम प्रकाश नें इस बात को नए ट्रैफिक नियमों से तुलना करके स्वीकारी ।
उन्होंने कहा कि “नया ट्रैफिक नियम पुलिस व जनता के बीच वह नफ़रत पैदा की है जैसा कि मायावती नें SC (दलितों) व अन्य समाज के बीच की है ।”
आपको याद दिला दें कि शादियों में जातिवाद के प्रश्न पर उन्होंने भीम आर्मी पर ही सवाल उठाया था उन्होंने कहा था “यदि जतिवाद मिटाना ही है तो भीम आर्मी के पदाधिकारी अपने बहन बेटियों की शादी बाल्मीकि समाज के लोगों से करें ।”