लालू यादव का परिवार आरक्षण के लिए जान भी दें सकता है- तेजस्वी यादव
तेजस्वी यादव ने रामलीला मैदान में कहा कि "आज देश का संविधान खतरे में है, जिससे गरीब, शोषित व वंचित लोगों के अधिकार भी खतरे में हैं"।
नई दिल्ली :- बिहार के डिप्टी-सीएम रह चुके और वर्तमान में विधानसभा में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने बीते सोमवार को सीवान जिले से संविधान बचाओ न्याय यात्रा के दूसरे चरण की शुरुआत करी, जहाँ वह राज्य की नितीश कुमार सरकार और केंद्र की मोदी सरकार पर खूब बरसे।
तेजस्वी यादव ने रामलीला मैदान में कहा कि “आज देश का संविधान खतरे में है, जिससे गरीब, शोषित व वंचित लोगों के अधिकार भी खतरे में हैं”। तेजस्वी यादव ने पीएम नरेंद्र मोदी, मोहन भागवत और आरएसएस पर आरोप लगाया कि ये सभी लोग दलितों के अधिकार छीनना चाहते हैं अर्थात उनसे आरक्षण छीनना चाहते हैं।
उन्होंने(तेजस्वी यादव) ने कहा कि बाबा साहेब ने दलितों के लिए अपना पूरा जीवन लगा दिया और उन्हें उनका अधिकार दिलाया। इसी के साथ उन्होंने कहा कि बाबा साहेब आंबेडकर ने भारत का संविधान लिखा था और समाज में जो भेदभाव था उसे मिटाने के लिए आरक्षण देने का काम किया था।
तेजस्वी यादव ने कहा कि वह कभी मनुवादियों से समझौता नहीं करेंगे। इसी के साथ पीएम मोदी और आरएसएस पर बोलते हुए कहा कि ये लोग देश को तोडना चाह रहे हैं और हमे इन लोगों को इनके मकसद में कामयाब नहीं होने देना है।
उन्होंने नितीश सरकार पर भी निशाना साधते हुए कहा कि राज्य में अपराधियों की सरकार चल रही है और अपराधियों के जहन में डर का भय नहीं है, जिससे राज्य में अपराधियों का ही बोलबाला है। उन्होंने कहा कि मेरे पिता लालू यादव को सरकार ने साजिश के तहत जेल भिजवाया है।