बिहार: कांग्रेस सहित महागठबंधन ने एक भी ब्राह्मण बनिए को नहीं दिया टिकट
बिहार: महागठबंधन में ब्राह्मणों को टिकट न दिए जाने से हम पार्टी के संस्थापक व बिहार के पूर्व CM जीतन राम मांझी ने तीखी प्रतिक्रिया देते हुए अफ़सोस जताया है।
बिहार(पटना): महागठबंधन द्वारा घोषित 40 उम्मीदवारों की सूची में एक भी ब्राह्मण व बनियों टिकट नहीं दी गई है। ब्राह्मणो को टिकट न दिए जाने से हम पार्टी के संस्थापक व बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने तीखी प्रतिक्रिया देते हुए अफ़सोस जताया है।
बिहार में जाति के नाम पर बैठाये जाने वाले समीकरण से महागठबंधन ने ब्राह्मणो व बनियो से किनारा करते हुए उन्हें दरकिनार कर दिया है जिसके बाद विपक्षी दल महागठबंधन को सवर्ण विरोधी ठहराए जाने पर अडिग हो गया है ।
पार्टी नेताओं के अनुसार आरजेडी अपने पुराने एमवाई समीकरण के साथ मैदान मे है, राजद ने 20 उम्मीदवार दिए हैं, जिनमें से 12 उम्मीदवार यादव और मुसलमान हैं।
वहीं 9 सीटों पर लड़ने वाली कांग्रेस ने भी किसी ब्राह्मण को टिकट नहीं दिया है जिसके बाद पार्टी के दिग्गज नेता प्रेमचंद्र मिश्रा ने नाराजगी जाहिर कर कहा है यह कदम अपने आप में बीजेपी को फायदा पहुंचने वाला कदम है।
वहीं कांग्रेस हाईकमान इसे महज एक इत्तेफाक बताने पर जोर दे रही है | वैसे बिहार चुनाव के हो और जातिगत समीकरण न देखे गए हो ये भी किसी मजाकिया इत्तेफाक से कम नहीं है।
अब देखना दिलचस्प होगा की सवर्ण वोट किस ओर करवट लेता है और कहीं इससे कांग्रेस को अन्य प्रदेशो में भी तो महंगा तो नहीं पड़ सकता है।
एक भी ब्राह्मण और बनियों को टिकट न दिए जाने पर यू थ फॉर इक्वलिटी के अध्यक्ष डॉ कौशल कांत मिश्रा ने दुःख जताते हुए कहा कि ” यह सवर्णो के राजनीतिक पतन की शुरुआत है, उनके अनुसार जिस हिसाब से बीते महीने समीकरण बने अगर वह देखते हुए भी हम आज एक नहीं हुए तो वो दिन दूर नहीं जब सवर्ण ही देश से खदेड़ दिए जायेंगे। ”
हालांकि अंत में सब कुछ जनता पर ही निर्भर होगा कि वह जाति धर्म देखकर वोट करती है या उम्मीदवारों को काबिलियत परखती है |