नई दिल्ली: देश भर में विख्यात दिल्ली विश्विधालय के छात्र संघ चुनाव नजदीक आ गए है इसी के साथ ही प्रत्याशियों ने अपनी प्रचार की रफ़्तार भी तेज कर दी है. इस साल 12 सितंबर को छात्रसंघ के चुनाव होने हैं, जिसमे मुख्यतः ABVP, NSUI, AISA,CYSS चार मुख्य छात्र राजनीतिक पार्टियाँ है।
इन चुनावों में प्रत्याशी लगभग लाखो रुपये खर्च करते हैं और सड़कें, दिल्ली मैट्रो, पब्लिक प्रॉपर्टी आदि को गंदा करते हैं। ऐसा ही वाक्या आज हुआ जब प्रत्याशी अपना चुनाव प्रचार खत्म करके गये तो सड़को पर चुनावी पर्चो की परते बिछ गई, जिससे पुरा नार्थ कैंपस गंदा हो गया।
हालांकि गन्दगी को लेकर हाईकोर्ट ने पिछ्ले साल भी सख्त रूप अपनाते हुए डीयू और प्रत्याशियों को नोटिस दिये थे और कोर्ट ने कहा था कि यदि आगे से ऐसा हुआ तो प्रत्याशी का नामांकन रद्द हो सकता है और उसे जेल हो सकती है.
हालांकि गन्दगी को लेकर हाईकोर्ट ने पिछ्ले साल भी सख्त रूप अपनाते हुए डीयू और प्रत्याशियों को नोटिस दिये थे और कोर्ट ने कहा था कि यदि आगे से ऐसा हुआ तो प्रत्याशी का नामांकन रद्द हो सकता है और उसे जेल हो सकती है.
कोर्ट की बात को ध्यान मे रखकर डीयू ने इस साल के चुनावो के लिये एक कमेटी गठित की थी, जोकि बिलकुल बेबस नजर आ रही है.
जहां एक तरफ बीजेपी “स्वच्छ भारत अभियान” का नारा देती है, परंतु उसी की छात्र इकाई एबीवीपी गन्दगी फैलाने मे सबसे प्रथम है। वही दुसरी ओर दिल्ली की केजरीवाल सरकार 5 लाख वृक्षारोपण कर रही है तो उसकी भी छात्र इकाई(सीवाईएसएस) बहुत बडी मात्रा मे कागज के पर्चो से कैंपस को गंदा कर रही है।
जहां एक तरफ बीजेपी “स्वच्छ भारत अभियान” का नारा देती है, परंतु उसी की छात्र इकाई एबीवीपी गन्दगी फैलाने मे सबसे प्रथम है। वही दुसरी ओर दिल्ली की केजरीवाल सरकार 5 लाख वृक्षारोपण कर रही है तो उसकी भी छात्र इकाई(सीवाईएसएस) बहुत बडी मात्रा मे कागज के पर्चो से कैंपस को गंदा कर रही है।