UP: दलितों को दुष्कर्म में मिल रहा भारी मुआवजा इसलिए करी बहन की हत्या, रेप दिखाने को डंडे से मार निजी अंग किया था घायल
बाराबंकी: सूबे के बाराबंकी जिले में नग्नावस्था में मिले 22 वर्षीय दलित युवती के शव संबंधित मामले का पर्दाफाश पुलिस द्वारा कर दिया गया है। घटना होने के बाद शव की हालत देख रेप कर हत्या किये जाने की खबरे जोर पकड़ने लगी थी। वहीं मौके पर दलित युवती के निजी अंगो पर चोट के निशान देख भारी बर्बरता किये जाने की बाते भी सामने आई थी।
ज्ञात होकि 17 जनवरी की शाम जैदपुर के बीबीपुर स्थित सरसों के एक खेत में नग्नावस्था में एक दलित युवती का शव मिला था जिसके निजी अंगो पर चोट के भी निशान थे। शव मिलने के बाद पुलिस प्रशासन में हड़कंप मच गया था। वहीं मौके पर पुलिस अधीक्षक ने पहुंच 5 जांच टीम गठित कर तत्काल कार्यवाई के आदेश दिए थे।
जानकारी के अनुसार लड़की के परिजनों ने अपनी तहरीर में पुलिस को बताया था कि उसकी बेटी रात 9 बजे शौच के लिए खेत में गई थी। जिसके बाद से वह लापता चल रही थी। अगले दिन उसका शव ग्राम बीबीपुर के सरसो के घने खेत में पड़ा मिला था। आपको बता दें कि युवती के तन पर कपड़े भी नहीं थे व निजी अंग पर चोट के निशान भी थे। तहरीर मिलते ही पुलिस अधीक्षक ने मामला दलित युवती से जुड़ा होने के कारण तत्काल 5 टीम भी गठित कर दी थी जिसने मामले की सच्चाई जानने में अहम भूमिका निभाई है।
जाँच में सबूतों ने खोली सारी पोल
मामले पर जाँच कर रही टीम ने कई मौके पर पाया कि परिजनों की ओर से बताई जा रही बाते व मिल रहे सबूतों व गवाहों में भारी अंतर था। मौके से मिली चप्पल का नंबर चार था, जबकि मृतका के पैर का साइज सात नंबर का था। वहीं खेत पर काम कर रहे एक ग्रामीण ने बताया कि पीड़िता की माँ घटना वाले दिन करीब 7.30 से 8.30 बजे के बीच में खेत पर आई थी व मृतका के गुम होने की बाते कह रही थी। जबकि तहरीर में उन्होंने रात 9 बजे मृतका के शौच पर जाने की बाते कही थी। साथ ही मनरेगा में काम कर रहे मजदूरों ने पुलिस को पूछताछ में बताया कि उन्होंने मृतका की माँ को घटना वाले दिन उसी खेत में जाते देखा था जहां से चप्पल बरामद की गई थी। जोकि साइज के हिसाब से माँ की निकली थी।
पोस्टमार्टम में दुष्कर्म की पुष्टि न होने पर पुलिस का शक गहराया
पोस्टमार्टम रिपोर्ट में दुष्कर्म की पुष्टि न होने पर पुलिस का शक परिजनों पर गहरा गया। वहीं निजी अंगो पर चोट देख शक की सुई परिजनों पर घूम गई। जिसके बाद सख्ती से पूछताछ किये जाने पर मृतका के भाई, माँ व पिता ने हत्या किये जाने की बात को स्वीकार्य किया।
दुष्कर्म की घटना बताने को निजी अंग पर डंडे से किया था हमला, भाई ने ही कपड़े निकाल कर थे फेंके
पूछताछ में लड़की के भाई ने बताया कि पूर्व में कई दुष्कर्म के मामलो में दलितों को भारी मुआवजा मिला था। जिससे उन्होंने इस हत्या को भी दुष्कर्म दिखाने का प्रयास किया था। वहीं लड़की की मानसिक स्थिति ठीक न होने के कारण उनकी आये दिन बेज्जती भी होती थी। बहन को रास्ते से हटाने व मोटा पैसा ऐठने के मकसद से उसने माँ व पिता को भी इसमें शामिल कर लिया था। जिसके बाद 17 जनवरी की रात करीब 1 बजे मृतका की माँ लड़की को शौच का बहाना बनाकर खेत में लेकर पहुंची थी। जहां युवती का भाई मौजूद था। मृतका के पिता सड़क पर खड़े होकर रेकी कर रहे थे। जिसके बाद माँ ने लड़की के पैर पकड़ व भाई ने गाला घोटकर युवती को मौत के घाट उतार दिया था। वहीं भाई ने मृतका के प्राइवेट पार्ट में डंडो से प्रहार कर इसे दुष्कर्म दिखाने का प्रयास किया व कपड़े निकाल कर भी फेंक दिए थे ताकि खेत में दुष्कर्म कर हत्या करने की थ्योरी को बल मिल सके। दुष्कर्म कर हत्या दिखाए जाने के लिए भाई ने युवती के गले पर एक दुपट्टा भी बांध दिया था।
मामले में रंजिश रखने वाले ऊँची जाति के लोगो को भी फ़साने की थी साजिश
जांच के दौरान मामले को दलित बनाम ऊँची जाति बनाने के मकसद से कई बार परिजनों की ओर से ऊँची जाति के लोगो का नाम लिया गया था। पुलिस को गुमराह करने के मकसद से भी परिजनों ने ऐसा कई बार किया था। जिसके कारण टीम ने करीब 70 लोगो से मामले में पूछताछ करी थी जिन्होंने मामले की सच्चाई तक पहुंचने में पुलिस की सहायता करी थी।
मामले का अनावरण होने के बाद पुलिस ने तीनो आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है व अन्य विधिक कार्यवाई की जा रही है।
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