चंद्रशेखर की अपील जौनपुर मामले को हिन्दू मुस्लमान न करे, यह BJP-RSS की चाल है
सहारनपुर: बीते दिनों से जौनपुर दंगो पर चुप्पी साधे बैठे भीम आर्मी चीफ चंद्र शेखर ने इसे सांप्रदायिक रंग ने देने की बात कही है। मुद्दे पर एक ट्वीट न कर सकने वाले चंद्र शेखर ने चौतरफा हमलो के बाद एक दो मिनट की वीडियो में जौनपुर मामले को लपेट दिया।
उसमे भी मात्र 5 सेकंड के लिए भी उन्होंने ढंग से मामले की चर्चा नहीं करी। वहीं भीम आर्मी मुखिया ने वीडियो जारी कर इसे आरएसएस व भाजपा का ही कमाल बताया है। कार्यवाई हो जाने व पुरे चार दिन बीत जाने के बाद चंद्र शेखर ने कड़ी कार्यवाई की मांग की है।
विडंबना देखिये एक ओर कड़ी कार्यवाई की बात कर रहे चंद्र शेखर खुद कह रहे है कि कैसे भला इस मुद्दे पर बड़ी जल्दी और इतनी सख्त कार्यवाई हो गई है।
भीम आर्मी मुखिया ने अपने वीडियो सन्देश में कहा कि बिना धरने प्रदर्शन के बड़ी जल्दी व सख्त कार्यवाई करी गई है क्यूंकि यह RSS के अजेंडे में फिट बैठती है। उनके मुताबिक बहुजन एकता को तोड़ने के लिए तरह तरह के षड़यंत्र हो रहे है व होते रहेंगे।
आपको बता दे कि जौनपुर घटना पर एक बार भी चंद्र शेखर ने मुस्लिम तबके का नाम नहीं लिया वहीं दलितों के साथ एक मनमुटाव की खबर को भी यह ब्राह्मण बनाम दलित बना देते थे।
जौनपुर विवाद में आगे चंद्र शेखर ने दोहराया कि इस घटना पर वहीं लोग घड़ियाली आंसू बहा रहे है जो बहुजनो को दिन भर आरक्षण व एससी एसटी एक्ट में पानी पी पी के कोसते है।
इस दलित नेता के मुताबिक लोग इसे सांप्रदायिक रंग देने में लगे है। जो व्यक्ति दिन रात अपनी रोटी चलाने के लिए हर घटना को जाति रंग देने में लगा रहता है वह व्यक्ति जब सांप्रदायिक रंग की बाते करता है तो यकीन बना रहता है हम कलयुग में ही है।
क्या था मामला
पुलिस के अनुसार गाँव में तालाब के किनारे एक पक्ष के बच्चे बैंस चरा रहे थे तो दूसरी ओर दूसरे पक्ष के लोग बकरी चरा रहे थे जिसके बाद छोटी सी बात पर दोनों पक्षों में कहासुनी हो गई थी।
मामले को पहले तो बातचीत के जरिये सुलझा लिया गया था। लेकिन उसके बाद अचानक मुस्लिम समुदाय के लोगो ने हरिजन बस्ती पर हमला कर दिया जिसमे कई लोगो के घर, गाडी व मवेशी जला दिए गए। घटना शाम 5.30 को शुरू हुई थी जिसके बाद सुचना मिलने के बाद पुलिस ने दबिश देकर 35 लोगो को गिरफ्तार किया है।
वहीं पुलिस ने कहा कि जिन लोगो के मकान जलाये गए है उन्हें मुआवजा व खाने पीने की व्यवस्था पुलिस द्वारा की जा रही है। साथ ही आरोपियों के खिलाफ NSA भी लगाया जायेगा।
हालाँकि सपा नेता अमीक जामेई ने इसे मुसलमानो पर एक तरफ़ा कार्यवाई बताया है। उन्होंने ट्वीट कर कहा “कप्तान जी आप कह रहे है दो समुदायों में मारपीट हुई, गिरफ्तारी एक समाज की,कोई खास वजह?पूरे गांव के दरवाज़े तोड़ कर पुलिसिया तांडव रचा गया,मेडिकल एड तक नहीं दिया गया,सीएम को खुश करने के लिए समाजवादी पार्टी के नेताओं वर्करों से बदला ले रहे हो, याद रखें सरकार आती जाती है”।
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Why Harsh Meena is writing this piece?
Harsh Meena is a student of journalism at the University of Delhi. He reads and writes Dalit politics for exposing the venom spread by the so-called Dalit organizations. Besides, he is known for being vocal about the forceful conversions of the Hindu Dalits. Fun Fact, Dalit organizations hate him for exposing their nexus with Jay Meem!