“तेलंगाना में मिलने वाले अल्पसंख्यकों के 12 प्रतिशत आरक्षण को भाजपा कभी लागु नहीं होने देगी”- अमित शाह
आरक्षण के मुद्दों पर टिके भारत के चुनाव ना जाने कब विकास के पिलर पर लड़े जायेंगे।
तेलंगाना(वारंगल) : तेलंगाना में 7 दिसंबर को होने जा रहे 119 सीटों के लिए चुनावो में एक बार फिर आरक्षण कि एंट्री हो गई है। भाजपा सुप्रीमो अमित शाह ने वारंगल में अपनी चुनावी रैली के दौरान राज्य सरकार द्वारा दिए जाने वाले अल्पसंख्यकों को 12 प्रतिशत आरक्षण को आड़े हाथो लेते हुए कहा कि “राज्य सरकार एससी एसटी और ओबीसी को मिलने वाले आरक्षण को कम करके अल्पसंख्यकों को आरक्षण देने का मन बना रही है”।
अमित शाह ने दोहराया कि सीएम चंद्रशेखर राव धर्म के आधार पर आरक्षण देने कि बात कर रहे है जोकि भाजपा कभी नहीं होने देगी। भाजपा अध्यक्ष ने साफ़ किया कि वह एससी एसटी को मिलने वाले आरक्षण को कभी ख़त्म नहीं होने देंगे व उनका हक़ किसी को खाने भी नहीं देने वाले है।
Telangana CM has proposed 12% reservation for the minorities which isn’t possible without taking away reservation quotas of SCs, STs or OBCs. BJP is against any reservation on the basis of religion & will not allow anyone else to make this happen: BJP Chief in Warangal #Telangana pic.twitter.com/26lGsrzR0X
— ANI (@ANI) November 25, 2018
देश में आज हर जगह आरक्षण का मुद्दा चुनावो के समय टके के भाव बिकता है जिसको वोट कि चोट खानी हो वो यह फार्मूला अपना कर अपनी चुनावी रासायनिक क्रिया संपन्न कर सकता है। देश में धर्म और आरक्षण से चुनाव जीते जा रहे है, विकास के मुद्दे मानो कही लुल से हो गए हो।
तेलंगाना कि सत्ता पर पिछले पांच सालो से काबिज रहे सीएम चंद्रशेकर राव ने मन बनाया है कि उनकी सरकार अगर जीतती है तो वह अल्पसंख्यकों को 12 प्रतिशत आरक्षण देगी जिसका विरोध पूर्ण रूप से भाजपा द्वारा किया जाता रहा है हालाँकि यह वहीं भाजपा है जो महाराष्ट्र में मराठाओ को 16 प्रतिशत आरक्षण देकर आरक्षण का प्रतिशत 50 से ऊपर ले जा रही है।
आपको हम बताते चले कि मराठाओ का आरक्षण लागु होने के बाद सूबे में आरक्षण का स्तर 68 फीसदी तक पहुँच जायेगा जो सुप्रीम कोर्ट के द्वारा निर्धारित 50 प्रतिशत के तय ढक्कन से बेहद आगे है।