दुराचार

अम्बेडकरवादी यादव फेमिनिस्ट ने लिखा “सीता माता Ra*di थी”, राम द्वारा अग्नि परीक्षा लेने को Ra*diवाद बताया

नॉएडा: हिन्दू आस्था पर चोट करना मानो ख्याति पाने का एक रास्ता सा बन गया है जहां आये दिन वेब सीरीज से लेकर विभिन्न कलाकारों द्वारा ऐसा किया जाने लगा है। इसी बीच एक्टिविस्ट भी इस रेस में कूद चुके है।

इन दिनों सोशल मीडिया पर महिला फेमिनिस्ट रागिनी यादव के बेहद अपमानजनक पोस्ट वायरल हो रहे है। आये दिन बेहद अश्लील व अपमानजनक पोस्ट करने वाली इस फेमिनिस्ट के अगर आप फेसबुक या ट्विटर वाल से होकर गुजरेंगे तो आपको रागिनी यादव द्वारा उगले जा रहे जहर का अंदाजा हो जायेगा।

ऐसे ही अपने एक पोस्ट में रागिनी यादव ने सीता माता के लिए बेहद अपमानजनक व अश्लील शब्दों का प्रयोग करते हुए उनके साथ अश्लील शब्द को जोड़ डाला।

Jul 4, 2020 को लिखे इस पोस्ट पर फेमिनिस्ट रागिनी यादव लिखती है “क्या सीता माता Ran*di थी?
जो उनपर आरोप लागाये गये, उनकी अग्निपरीक्षा ली गयी? उन्हें छोड़ दिया गया धरती में समाने पर विवश किया गया? अगर नहीं तो फिर ये रंडीवाद तुम्हारे मनुवाद व ब्राह्मणवाद ग्रस्त सोच में है। भारत पिता के कपूतों महिलाओं को रंडी कहना छोड़ दो।”

सवाल पूछने के ढंग को भी प्रदूषित करते ऐसे फर्जी आंबेडकर वादी पूर्ण रूप से भीम आर्मी के नेताओ की छाप दिखाते है जो बाबा साहब का नाम लेकर रत्ती भर भी अपनी सीमाओं को नहीं जान पाते है।

हिन्दू धर्म में जहां सीता माता को भगवान का दर्जा दिया है तो ऐसे में इतने अश्लील शब्द भला आप कैसे जोड़ सकते है। और फेमिनिस्ट बन पॉपुलैरिटी के लिए तरस रही इस फर्जी अम्बेडकरवादी महिला का सीधा हमला भगवान राम पर भी है जिन्हे यह रन्डीवाद बता रही है।

इस फेमिनिस्ट की थोड़ी ओर पड़ताल करने पर हमने पाया कि रागिनी अपने आप को पत्रकार व नॉएडा स्थित 1074 एफएम पर आरजे बताती है।

सोशल मीडिया पर मचे इस बवाल के बाद कई यूजर्स ने रागिनी यादव के खिलाफ ठोस कार्यवाई की मांग करी है। वहीं ट्विटर पर सैकड़ो यूजर्स द्वारा साइबर सेल को टैग करने पर भी अभी तक पुलिस की ओर से रागिनी के खिलाफ पत्ता भी नहीं हिलाया जा सका है।

क्या कहते है नियम
जहां सविधान का आर्टिकल 19 आपको बोलने की आज़ादी प्रदान करता है तो वहीं 19 A उस पर कुछ पाबंदिया भी लगाता है जिसमे आप किसी की भावनाओ या उसके धर्म के बारे में उल्टा सीधा बोल लिख नहीं सकते है।

वहीं लिखी गई इस तरह की सोशल मीडिया पोस्ट आपको तुरंत गिरफ़्तारी व दोषी पाए जाने पर महीनो जेल में भेजने के लिए काफी होती है। साथ ही आपका क्राइम रिकॉर्ड भी बना जाती है।

IPC के सेक्शन 295(a) के तहत “किसी की भी धार्मिक भावनाओ को ठेस पहुंचाने” व IT एक्ट के सेक्शन 66a के तहत आपको जेल की हवा खानी पड़ सकती है।

ऐसे में रागिनी यादव द्वारा किये गए बेहद अश्लील ट्वीट न सिर्फ उसकी शिक्षा के स्तर को दर्शाते है बल्कि उसकी बुद्धि के विकास को भी बयान कर रहे है।


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Why Aarushi Kapoor is writing this piece?

Aarushi Kapoor is a student of journalism at the University of Delhi. She has a very keen interest in National politics and a knack over liberals and left-oriented politics. Moreover, She loves right because right is always right!

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