नेतागिरी

भाजपा विधायक साधना सिंह को एससी एसटी एक्ट के तहत गिरफ्तार किया जाये : तेजस्वी यादव

इससे पहले तेजस्वी यादव ने साधना सिंह पर ट्वीट कर संघ कि गन्दगी और ब्राह्मणवाद फ़ैलाने के आरोप लगाए थे।

बिहार(पटना) : अखिलेश मायावती के गठबंधन ने सियासी माहौल ठण्ड में भी बेहद गर्म कर दिया है जिसके बाद भारतीय राजनीती के पाठ्यक्रम में एक नया अध्याय जुड़ने जा रहा है जिसे उत्तर प्रदेश सरकार पाठ्यक्रम में शामिल करने से कतरा रही है।

जी हां अखिलेश और मायावती के गठबंधन से जहा नए गठजोड़ उभर कर सामने आये है तो वही सत्ता पर काबिज भाजपा इसे चुनौती मानने से इंकार कर रही है।

सूबे से बीजेपी की टिकट पर विधायक बनी साधना सिंह मुगलसराय क्षेत्र से विधायक हैं। उन्होंने चंदौली जिले के करणपुरा गांव में शनिवार को आयोजित कुंभ कार्यक्रम के दौरान मायावती पर टिप्पणी की थी।



उन्होंने कहा था, ‘हमको तो उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री ना तो महिला लगती हैं और ना ही पुरुष। इनको तो अपना सम्मान ही समझ में नहीं आता। जिस महिला का इतना बड़ा चीर हरण हुआ, उसने कुर्सी पाने के लिए अपना सारा सम्मान बेच दिया। ऐसी महिला मायावती का हम इस कार्यक्रम के माध्यम से तिरस्कार करते हैं।’


उनके इस बयान के बाद विपक्षी पार्टियों ने साधना सिंह के बयान को आड़े हाथो लेते हुए कहा कि यह पार्टी कि महिलाओ के प्रति गंभीरता को उजागर करता है।

वही बिहार कि मुख्य विपक्षी पार्टी के नेता और लालू यादव के पुत्र तेजस्वी यादव ने साधना सिंह पर एससी एसटी एक्ट पर केस दर्ज कराये जाने कि मांग कि है उन्होंने ट्वीट कर कहा कि साधना सिंह को एससी एसटी एक्ट के तहत गिरफ्तार करना चाहिए। मायावती जी न केवल महिलाओ का प्रतिनिधित्त्व करती है बल्कि दलितों पिछडो व दबे कुचले लोगो कि भी बाते आगे रखती है। किसी भी तरह कि बत्तमीजी हमें बर्दास्त नहीं है।

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