“दलित हनुमान के मंदिर में ब्राह्मणो का प्रवेश वर्जित है” : बहुजन समाज
पोस्टर में जय भीम, जय हनुमान, जय सविधान लिखा हुआ है साथ ही पोस्टर में लिखा गया है कि "दलितों के पूर्वज जय हनुमान का धाम दलितों का है"।
सुल्तानपुर : सीएम योगी द्वारा हनुमान भगवान की जाति को दलित करार दिए जाने के बाद से मचा कोहराम समाप्त होने का नाम नहीं ले रहा है। सबसे पहले जहाँ भीम आर्मी ने सभी दलितों को हनुमान मंदिर पर कब्ज़ा करने का आह्वान किया था तो वहीँ उसके बाद एससी एसटी आयोग के अध्यक्ष ने उन्हें यह कहते हुए आदिवासी बताया था की वह जंगलो में रहते थे।
हनुमान भगवान की जाति पर मचे हो हुल्लड़ में जैन मुनि भी पीछे नहीं रहे उन्होंने उन्हें जैन करार दे दिया जिसके बाद योग गुरु से बिसनेस रूप में विकसित हुए बाबा रामदेव ने हनुमान को ब्राह्मण बना डाला। राजनितिक गलियारों में फंसे महा प्रभु हनुमान जी भी यह दृश्य देख सन्न रह गए होंगे।
इसी बीच सोशल मीडिया में लगातार वायरल हो रहे एक पोस्टर को हमारी वायरल खबर की टोह रखने वाली टीम ने सोशल मीडिया के समुन्द्र में अपनी छन्नी से छान लिया है। दरअसल एक पोस्टर फेसबुक और व्हाट्सप्प पर खूब छेंका जा रहा है जिसमे ब्राह्मणो का हनुमान मंदिरो में प्रवेश वर्जित है चस्पा किया गया है।
बताया जा रहा है कि यह पोस्टर प्रेमचंद्र कि तरफ से चस्पा किये जा रहे है जो सुल्तानपुर विधानसभा से चुनाव भी लड़ चुके है। पोस्टर में जय भीम, जय हनुमान, जय सविधान लिखा हुआ है साथ ही पोस्टर में लिखा गया है कि “दलितों के पूर्वज जय हनुमान का धाम दलितों का है”।
पोस्टर के माध्यम से बहुजन समाज से आग्रह किया जा रहा है कि 11 दिसंबर को बिजेथुआ चलो व मंदिरो पर कब्ज़ा करो, कब्ज़ा तो कब्ज़ा करने कि योजना तो बन ही रही है साथ ही खुले आम ब्राह्मणो के प्रवेश को निषेध बता रहे है।
वहीँ लोग इस पोस्टर को आड़े हाथ लेते हुए कई तरह से ट्रोल कर रहे है अगर थोड़ा भाषा का लहजा हम बदल कर बोले तो साफ़ साफ़ लोग गरिया रहे है प्रेम चंद्र जनाब को !