नेतागिरी

खेल रत्न अवॉर्ड राजीव गांधी नहीं ध्यानचंद के नाम पर- पूर्व कांग्रेस सचिव की मोदी सरकार से माँग

नई दिल्ली : राजीव गांधी खेल पुरस्कार के नाम बदलने की माँग पर खेल मंत्री की प्रतिक्रिया आई है।

देश के सबसे बड़े खेल पुरस्कार “राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार” के नाम बदलने की मांग पूर्व कांग्रेस नेता ने उठा दी है। जिसको लेकर खुद खेल मंत्री किरेन रिजिजू भी अब सामने आ गए हैं।

गौरतलब है कि राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार 2020 के लिए खिलाड़ियों को नामित किया जा रहा है। इसी बीच महाराष्ट्र कांग्रेस के पूर्व सचिव शहजाद पूनावाला नें राजीव गांधी के नाम से अवॉर्ड होने पर सवाल उठा दिए हैं। उन्होंने कहा कि भारत का सर्वोच्च खेल सम्मान, खेल रत्न पुरस्कार राजीव गांधी के नाम पर क्यों दिया जाता है ? क्या वो एक खिलाड़ी थे ?”

आगे शहजाद नें राजीव गांधी की बजाय हॉकी के जादूगर मेजर ध्यानचंद के नाम पर खेल रत्न का नाम करने की मांग की

शहजाद नें अंत में ये भी कहा कि कांग्रेस ने कई ऐसे विरासत मुद्दे बनाए हैं और हमें हर एक को सही समय पर संभालने की जरूरत है। और मुझे विश्वास है कि भारत और सरकार इस बात को स्वीकार करने के लिए धन्यवाद करेंगे।”

शहजाद की माँग का समर्थन खेल पत्रकार व कमेंट्रेटर समीप राजगुरु नें भी किया। समीप नें कहा कि निश्चित ही राजीव गांधी खेल रत्न उचित नहीं है।”

उधर नाम बदलने की इस माँग पर खेल मंत्री किरेन रिजिजू नें नामकरण के लिए कांग्रेस को दोषी ठहराया। रिजिजू ने कहा कि “ये हमारी सरकार नहीं है जिसने इसे “राजीव गांधी खेल रत्न” नाम दिया है। यह कांग्रेस शासन के दौरान तय किया गया था।”

शहजाद पूनावाला महाराष्‍ट्र कांग्रेस के सचिव तो थे ही लेकिन उनका गांधी परिवार से भी करीबी का रिश्ता रहा है। दरअसल, शहजाद के भाई तहसीन पूनावाला प्रियंका गांधी के ननदोई हैं। रॉबर्ड वाड्रा की कजिन मोनिका वाड्रा की शादी तहसीन पूनावाला के साथ हुई है, 2015 में इनकी शादी हुई थी।

राहुल गांधी के कार्यकाल में महाराष्ट्र कांग्रेस के सचिव शहजाद पूनावाला कांग्रेस अध्यक्ष पद के चुनाव प्रणाली पर सवाल उठा कर पार्टी से अलग हो गए थे। अब वो बतौर TV होस्ट दिखते हैं।


Donate to Falana DIkhana: यह न्यूज़ पोर्टल दिल्ली विश्विद्यालय के मीडिया छात्र अपनी ‘पॉकेट मनी’ से चला रहे है। जहां बड़े बड़े विश्विद्यालयों के छात्र वामपंथी विचारधारा के समर्थक बनते जा रहे है तो वही हमारा पोर्टल ‘राष्ट्रवाद’ को सशक्त करता है। वही दिल्ली विश्विद्यालय जैसे प्रतिष्ठित संस्थान में पढ़ रहे हमारे युवा एडिटर्स देश में घट रही असामाजिक ताकतों के खिलाफ लेख लिखने से पीछे नहीं हटते बस हमें आशा है तो आपके छोटे से सहयोग की। यदि आप भी हम छात्रों को मजबूती देना चाहते है तो कम से कम 1 रूपए का सहयोग अवश्य करे। Paytm, PhonePe, Bhim UPI, Jio Money, व अन्य किसी वॉलेट से से डोनेट करने के लिए PAY NOW को दबाने के बाद अमाउंट व मोबाइल नंबर डाले फिर ‘Other’ में जाकर वॉलेट ऑप्शन चूज करे। सादर धन्यवाद, ‘जयतु भारतम’

इससे सम्बंधित

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button