UP: ब्राह्मणों पर जातिवादी विवादित टिप्पणी करने वाला सहायक श्रमायुक्त हुआ निलंबित
मथुरा: उत्तर प्रदेश के मथुरा में ब्राह्मण समाज को लेकर अभद्र टिप्पणी करने वाले सहायक श्रमायुक्त को काफी आक्रोश के बाद राज्यपाल ने निलंबित कर दिया।
दरअसल बीते दिनों प्रभात कुमार सिंह, सहायक श्रमायुक्त, मधुरा का एक विवादित ऑडियो वायरल हुआ था जिसमें वो अपने अधीनस्थ ब्राह्मण समाज के अधिकारियों पर जातिवादी व विवादित टिप्पणी कर रहे हैं। वहीं इस ऑडियो के वायरल होने पर ब्राह्मण समाज ने इसका पुरजोर विरोध किया और जिम्मेदार अधिकारी पर कार्रवाई के लिए जिले भर में वरिष्ठ अधिकारियों को ज्ञापन सौंपे व कार्रवाई की मांग की।
वहीं विवादित बयान को संज्ञान में लेते हुए राज्यपाल ने सहायक श्रमायुक्त प्रभात को निलंबित कर दिया।
इस बारे में जारी एक आदेश में कहा गया कि प्रभात कुमार सिंह, सहायक श्रमायुक्त, मधुरा के विरूद्ध प्राप्त शिकायती पत्र एवं प्राप्त ऑडियो सीडी जिसमें प्रभात कुमार सिंह, सहायक श्रमायुक्त, मथुरा द्वारा जातिगत दुर्भावना से प्रेरित एवं भ्रष्टाचार युक्त आचरण में संलिप्त पाये गये हैं, जिससे सामाजिक समरसता एवं विभागीय कार्य प्रणाली के प्रभावित होने का खतरा है एवं प्रभात कुमार सिंह विभागीय कार्यों जाँच आदि में अपने अधीनस्थों से पैसे लेने की अपेक्षा भी रखते हैं।
प्रभात कुमार सिंह, सहायक श्रमायुक्त, मधुरा के उक्त आरोप में प्रथमदृष्टया दोषी पाये जाने के कारण उ. प्र. सरकारी सेवक (अनुशासन एवं अपील) नियमावली -1999 के संगत प्राविधानों के अन्तर्गत प्रभात कुमार सिंह, सहायक श्रमायुक्त, मथुरा को तात्कालिक प्रभाव से निलम्बित करते हुये इनके विरूद्ध अनुशासनिक कार्यवाही सस्थित किये जाने की राज्यपाल एतदद्वारा आदेश प्रदान करते हैं।
वहीं ब्राह्मण चेतना परिषद ने ब्राह्मणों के खिलाफ अभद्र टिप्पणी करने वाले सहायक श्रम आयुक्त पर कार्यवाही के बाद खुशी जाहिर की है।
बता दें कि ब्राह्मण समाज के खिलाफ की गई टीका टिप्पणी एवं अपशब्दों का प्रयोग करने के विरुद्ध कोतवाली में एफ आई आर दर्ज कराने के लिए तहरीर भी सीओ सिटी वरुण कुमार सिंह को दी गई थी। कोतवाली प्रभारी सूरज प्रकाश शमी ने एफ आई आर दर्ज करने का आश्वासन दिया था।
ब्राह्मण संगठन के एक पदाधिकारी ने कहा “दुनिया को प्रेम और शांति का संदेश देने वाले योगीराज भगवान श्री कृष्ण की जन्मभूमि मथुरा में नफरत की भाषा बोलने वाले अधिकारी बर्दाश्त नहीं किए जाएंगे।”