‘मशहूर वैज्ञानिक’ उदितराज नें खोजा चंद्रयान2 का फॉल्ट, ISRO नें पूजा करके फोड़ी थी नारियल
नईदिल्ली : उदितराज नें चंद्रयान2 की असफलता की खोज में पूजा पाठ को जिम्मेदार पाया है ।
ISRO का बहुआयामी मिशन चंद्रयान2 अपने लक्षित परिणाम तक नहीं पहुंच सका । रात लगभग 1 बजे विक्रम लैंडर की चंद्रमा की कक्षा में लैंडिंग होनी थी लेकिन ये सफ़र महज़ 10 सेकंड पहले रुक गया और ISRO का मिशन से सम्पर्क टूट गया ।
हालांकि ISRO चीफ़ नें कहा कि अभी भी हम डेटा को ढूढ़ने की कोशिश में हैं हो सकता है कुछ सकारात्मक मिले ।
आपको बता दें कि भले ही कुछ लोग राजनीतिक रूप से प्रेरित होकर यह कह रहे हैं कि भारत का यह मिशन फेल हो गया है यह पूरी तरह गलत है । चंद्रमा की कक्षा में मिशन का ऑर्बिटर पहुंच चुका है । लगभग 90% से ऊपर यह मिशन कामयाब रहा है ।
उधर अपने ऊटपटांग बयानबाजी के लिए जाने वाले कांग्रेस नेता उदितराज एक बार फ़िर चंद्रयान2 को असफ़ल बता रहे हैं ।
हमेशा हिंदू देवी देवताओं का मज़ाक उड़ाने वाले जोकि ख़ुद हिंदू धर्म छोड़कर बौद्ध धर्म अपना चुके हैं उन्होंने हिंदू धर्म की पूजा अर्चना पर सवाल उठाया है ।
इस बार दलित नेता उदितराज नें मिशन चंद्रयान2 पर ज्ञान देकर ख़ुद को भारत का न्यूटन साबित करने वाली खोज की है जिसपर लोग जितना हंस रहे हैं उतना ही अवैध सामग्री यानी गालियाँ दे रहे हैं ।
दरअसल चंद्रयान2 की आंशिक असफ़लता को हिन्दू धर्म के पूजा पाठ से जोड़ते हुए दलित नेता उदितराज नें कहा कि “हमारे ISRO वैज्ञानिकों ने अगर नारियल फोड़ने और पूजा पाठ के विश्वास के बजाय वैज्ञानिक शक्ति और आधार पर विश्वास करते तो अब तक मिली आंशिक असफलता का मुँह ना देखना पड़ता।”
हमारे @isro वैज्ञानिकों ने अगर नारियल फोड़ने और पूजा पाठ के विश्वास के बजाय वैज्ञानिक शक्ति और आधार पर विश्वास करते तो अब तक मिली आंशिक असफलता का मुँह ना देखना पड़ता।
— Dr. Udit Raj (@Dr_Uditraj) September 7, 2019
उदितराज के इस बयान के बाद लोगों ने उनको ख़ूब ट्रोल किया । एक युवा पत्रकार रोहित जयसवाल नें तंज कसते हुए कहा कि “हे इसरो, यदि 30-40 हज़ार में कोई रॉकेट बने तो उदित जी को उसी के अंदर घुसेड़ के और अच्छे से बांधके स्पेस में छोड़ देना।”
Hey @isro, 30-40 hazar mai agar koi rocket bane to Udit ji ko usi ke andar Ghused ke aur ache se bandh ke space mai chor dena..
— Rohit Jaiswal (@rohitjswl01) September 7, 2019
एक ऐसे ही जवाब में सुप्रीम कोर्ट अधिवक्ता व BJP नेशनल को इंचार्ज पब्लिसिटी डिपार्टमेंट विकास प्रीतम सिन्हा नें उदितराज को मजाकिया अंदाज में उनकी इस थ्योरी पर वैज्ञानिक कहा और बोले कि आप ताउम्र ‘वैज्ञानिक’ रहकर सांसद तलक नहीं बन सके थे, नारियल फोड़ने और पूजा पाठ करने वाली पार्टी (BJP) में आए तब यह कलंक मिटा ।”
बाद में उन्होंने उदितराज के कांग्रेस में जाने पर हालिया स्थिति पर तंज कसा बोले “अब आप महान वैज्ञानिक राहुल गांधी की पार्टी में हैं, और आपका हश्र देख लीजिए, आपके इस ट्वीट के कमेंट ही पढ़ लीजिये।”
आप ताउम्र ‘वैज्ञानिक’ रहकर सांसद तलक नहीं बन सके थे,
नारियल फोड़ने और पूजा पाठ करने वाली पार्टी में आए तब यह कलंक मिटा।
अब आप महान वैज्ञानिक @RahulGandhi की पार्टी में हैं, और आपका हश्र देख लीजिए
आपके इस ट्वीट के कमेंट ही पढ़ लीजिये।
— Vikash Preetam Sinha (@VikashPreetam) September 7, 2019
यदि भारत के स्वघोषित न्यूटन उदितराज की इस थ्योरी को सराखों पर रखें तो फ़िर ये प्रश्न उठते हैं कि भारत का इसरो दुनिया के 5 सबसे ताकतवर स्पेस एजेंसी के रूप में जाना जाता है जहां हर मंगल कार्य इस बार की तरफ़ हर बार विधिवत पूजा अर्चना के साथ किया जाता है तो इसके सफलताओं के पीछे कहीं न कहीं पूजा पत्री का हाथ है ।
भारत वैसे भी एक साथ 100 उपग्रह भेजने वाला दुनिया का इकलौता देश है, सबसे कम ख़र्च में भारत नें अपना मिशन भेज दिया ।
तो उदितराज का बयान बकलोली, बकैती से बढ़कर ज़्यादा कुछ नहीं है क्योंकि वो ख़ुद देवी देवताओं को मानने के लिए अलग अलग दिन दिखावे के साथ त्यौहारों में बधाइयां देते हैं । कुलमिलाकर उनका बयान उनके ही कारनामों से टकराव खा रहा है ।