उत्तर प्रदेशदेश विदेश - क्राइम

प्रधान पद प्रत्याशी व RSS कार्यकर्ता वरुण तिवारी की हत्या को बीते कई दिन, 20 दिन बाद भी आरोपी गिरफ्त से दूर

प्रतापगढ़: प्रतापगढ़ के लालगंज थाना क्षेत्र में बीते 23 अप्रैल को प्रधान पद प्रत्याशी वरुण तिवारी को गोली मार दी गयी थी। जिसके बाद से आज तक आरोपियों की गिरफ़्तारी नहीं की जा सकी है। पुलिस प्रशासन द्वारा गिरफ़्तारी न किये जाने पर परिजनों ने दरोगा पर मिलीभगत का आरोप लगाया है। साथ ही दरोगा के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है। परिजनों का आरोप है कि क्षेत्रीय दरोगा के रहते हत्यारों की गिरफ्तारी नहीं हो पा रही है। जिससे पीड़ित परिवार की जान को खतरा बना हुआ है। अंतिम संस्कार से लौटने के बाद से गांव में सन्नाटा पसरा हुआ है। तनाव को देखते हुए गांव में पुलिस तैनात की गई है।

अमर उजाला में छपी रिपोर्ट के मुताबिक, लालगंज कोतवाली के हदिराही निवासी आरएसएस कार्यकर्त्ता वरुण तिवारी उर्फ छेदी (45) ने प्रधान पद का चुनाव लड़ा था। मतदान के चार दिन बाद 23 अप्रैल को ट्यूबवेल से घर लौटते समय चुनावी रंजिश में विपक्षी प्रत्याशी महेंद्र वर्मा ने अपने परिजनों व साथियों के साथ मिलकर उसे गोली मार दी थी। गोली लगने के घायल प्रधान पद प्रत्याशी वरुण तिवारी का कानपुर की एक अस्पताल में उपचार चल रहा था। वहां 17 दिनों तक जिंदगी की जंग लड़ रहे वरुण की सोमवार को सांसे थम गई। शव का पोस्टमार्टम कराने के बाद परिजन शव लेकर मंगलवार गांव पहुंचे। इसके बाद आक्रोशित ग्रामीणों ने सगरा सुंदरपुर में जाम लगाकर कोतवाली के तैनात एक दरोगा की हत्यारोपियों से मिलीभगत कर आरोप लगाते जमकर हंगामा किया।

बाद में अफसरों के समझाने पर परिजनों ने शव का अंतिम संस्कार कर दिया । बुधवार को वरुण हत्याकांड के चलते गांव में सन्नाटा पसरा रहा । तनाव को देखते हुए गांव में पुलिस का पहरा लगा दिया है । उधर, हत्यारोपियों की गिरफ्तारी नहीं होने से परिजनों को पुलिस से भरोसा उठ रहा है । परिजनों का आरोप है कि घटना के बाद से लगातार कोतवाली में तैनात एक दरोगा हत्यारोपियों की मदद कर रहा है। जिससे उनकी गिरफ्तारी नहीं हो सकी है ।

परिजनों की मांग के बावजूद आरोपी दरोगा के खिलाफ कार्रवाई नहीं होने से लोगों में आक्रोश पनप रहा है । लोगों को मानना है कि आरोपी दरोगा की हत्यारोपियों से सांठगांठ के चलते ही गिरफ्तारी नहीं हो रही है । इससे पीड़ित परिवार के सदस्यों को जान का खतरा बना हुआ है । बता दें कि जाम के दौरान आरोपी दरोगा का कार्यप्रणाली व हत्यारोपियों से मिलीभगत को लेकर ग्रामीणों व पुलिस अफसरों के बीच तीखी नोक झोंक भी हुई थी । प्रभारी कोतवाल ने बताया कि हत्यारोपियों को शीघ्र गिरफ्तार करने का प्रयास किया जा रहा है । जांच में जो भी दोषी मिलेगा उसके खिलाफ कार्रवाई होगी ।

इससे सम्बंधित

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button