पत्रकारों व विपक्ष ने फैलाई फ़र्जी खबर: राष्ट्रपति ने फिल्मी नहीं, नेताजी की ही प्रतिमा का अनावरण किया था
नई दिल्ली: राष्ट्रपति भवन ने सोमवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर उन अफवाहों को खारिज कर दिया, जिसमें कहा गया था कि सुभाष चंद्र बोस के प्रतिमा का अनावरण राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने उनकी 125 वीं जयंती पर किया था, वह अभिनेता प्रसेनजित चटर्जी थे, जिन्होंने श्रीजीत मुखर्जी निर्देशित गुमनानी में नेताजी का किरदार निभाया था।
राष्ट्रपति भवन के एक वरिष्ठ अधिकारी ने न्यूज एजेंसी आईएएनएस से कहा कि “हम ट्वीट पर टिप्पणी नहीं करते हैं। पेंटिंग राष्ट्रपति भवन में बनाई गई थी और आपको लगता है कि यह एक अभिनेता की पेंटिंग है। यह कैसा प्रश्न है? ट्विटर पर कुछ चलाया जा रहा है, लेकिन यह राजनीति से प्रेरित हो सकता है। हम इस पर क्या कह सकते हैं? ”
वहीं इस पूरे मसले पर नेताजी सुभाषचंद्र बोस के प्रपौत्र चंद्र कुमार बोस ने भी तस्वीरें जारी कर कहा कि भारत के राष्ट्रपति द्वारा अनावरण की गई प्रतिमा नेताजी की मूल तस्वीर पर आधारित है। ये नेता जी की मूल तस्वीर है, जिसके आधार पर प्रसिद्ध कलाकार परेश मैत्य ने प्रतिमा तैयार किया जिसे भारत के माननीय राष्ट्रपति-श्री राम नाथ कोविंद जी द्वारा 23 जनवरी 2021 को राष्ट्रपति भवन में अनावरण किया गया था।
इस मामले के ट्विटर पर कांग्रेस, तृणमूल के कई नेताओं एवं पत्रकारों ने फ़र्जी तथ्य फैलाए। अपने हैंडल से ट्वीट करते हुए आरोप लगाया था कि “राष्ट्रपति ने राष्ट्रपति भवन में नेताजी का नहीं बल्कि अभिनेता प्रसेनजीत चटर्जी (बंबाडा) के आधिकारिक प्रतिमा का अनावरण किया।
राष्ट्रपति ने 23 जनवरी को राष्ट्रपति भवन में नेताजी के प्रतिमा का अनावरण किया, जो स्वतंत्रता सेनानी की 125 वीं जयंती के उपलक्ष्य में साल भर चलने वाले समारोहों की शुरुआत करने के लिए है। सरकार ने 23 जनवरी को “पराक्रम दिवस” के रूप में मनाने का निर्णय लिया।