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बेंगलुरु : इसरो का गगन यान इस साल शुरू करेगा टेस्टिंग, SSLV से दागेगा दुनिया में सबसे सस्ते में सैटेलाइट
इसरो की वाणिज्य इकाई अंतरिक्ष को स्पेस एक्स जैसी दिग्गज कंपनी के आगे खड़ी करने के लिए इसरो ला रहा SSLV
बेंगलुरु : अंतरिक्ष के क्षेत्र में अपना लोहा मनवा रही इसरो एक बार फिर नए कीर्तिमान हासिल करने के लिए कमर कस चुकी है। इसरो चीफ के सिवान ने शुक्रवार को प्रेस मीटिंग में इस साल लांच व शुरू किये जा रहे कई अंतरिक्ष मिशनों की जानकारी देश के सामने रखी जिसमे इसरो की महत्वकांशी योजना गगन यान भी शामिल है।
साथी ही इसरो प्रमुख ने एजेंसी के बीते साल किये गए प्रमुख कार्यो को भी गिनाया जिसमे लांच व्हीकल व कई सैटेलाइट भी शामिल है । इसरो इस साल चंद्रयान की ही तर्ज पर चंद्रयान 2 लांच करेगा जिसमे लैंडर व रोवर भी शामिल रहेंगे जो चंद्रयान 2 को चन्द्रमा की सतह पर उतरने व चलने में मदद करेगा।
चंद्रयान 2 के अलावा इसरो इन पर भी काम करेगा
- री यूसेबल व्हीकल- जैसा की इसके नाम से ही मालूम पड़ रहा है इस व्हीकल को एक बार प्रयोग करने के बाद फिर से प्रयोग में लाया जा सकता है जिससे अंतरिक्ष को टटोलने में खर्च होने वाली भारी भरकम राशि को कम किया जा सकेगा। इसरो पिछले वर्ष भी इसकी टेस्टिंग कर चूका है, इस साल कई अन्य जरुरी टेस्ट करने के बाद इसे प्रयोग में लाया जा सकेगा। अमेरिका की नासा और प्राइवेट प्लेयर स्पेस एक्स इस टेक्नोलॉजी में काफी महारत हासिल कर चुके है
- स्मॉल सैटेलाइट लांच व्हीकल – GSLV व PSLV की ही तरह यह लॉच व्हीकल किसी भी छोटी सैटेलाइट को अंतरिक्ष में दागने के लिए प्रयोग में ली जाएगी, SSLV बेहद ही छोटी सैटेलाइट को अंतरिक्ष में बहुत ही सस्ते व सुलभ ढंग से भेजने में सक्षम है।
- इन फ्लाइट कनेक्टिविटी – इसकी मदद से भारत में हवाई जहाज में यात्रा के दौरान यात्री इंटरनेट व फ़ोन कॉल का भी आनंद उठा सकेंगे।