लखनऊ: महर्षि बाल्मीकि की तुलना तालिबान से करने पर शायर मुनव्वर राणा के खिलाफ लखनऊ के हजरतगंज थाने में एससी एसटी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है।
हमेशा से ही भारत विरोधी विवादित बयानों को लेकर चर्चा में रहने वाले शायर मुनव्वर राणा एक बार फिर मुश्किलों से घिर गए हैं। तालिबानियों द्वारा अफगानिस्तान पर कब्जे को लेकर, भारत में रहने वाले क्रूर तालिबान समर्थकों के चेहरे लगातार सामने आ रहें हैं।
मशहूर शायर मुनव्वर राणा द्वारा तालिबान का समर्थन कर क्रूर तालिबानियों की तुलना महर्षि बाल्मीकि से करते हुए कहा गया कि तालिबान भी दस साल बाद बाल्मिकी होंगे। मुनव्वर ने कहा कि बाल्मिकी एक लेखक थे। हिन्दू धर्म में तो किसी को भी भगवान कह देते हैं।
अंबेडकर महासभा ने एससी एसटी के तहत कराया मुकदमा दर्ज
अंबेडकर महासभा लखनऊ का कहना है कि शायर मुनव्वर राना ने भगवान बाल्मिकी की तुलना तालिबान से करके हिन्दुस्तान की आस्था का अपमान किया है। महर्षि बाल्मीकि न केवल पवित्र ग्रन्थ रामायण के रचनाकार हैं वरन् उन्हें हम लोग भगवान मानकर पूजा करते हैं।
अंबेडकर महासभा के महामंत्री अमरनाथ प्रजापति ने उप पुलिस अधीक्षक लखनऊ को पत्र लिखते हुए कहा कि मुनव्वर राणा द्वारा की गई टिप्पणी से हमारी आस्था को चोट पहुंची है तथा उन्होंने महर्षि बाल्मिकी के करोड़ों अनुयायियों की आस्था पर हमला किया है।
दी गई तहरीर में अमरनाथ प्रजापति, पीएल भारती ने कहा है कि मुनव्वर ने महर्षि वाल्मीकि की तुलना तालिबानियों से कर करोड़ों हिन्दुओं की आस्था और दलितों का अपमान किया है। राना के खिलाफ आईपीसी की धारा 153-ए, 295 बी, 505 (1) (बी) के तहत केस दर्ज किया गया है। पुलिस के मुताबिक आज बयान दर्ज करा कर आगे की कार्रवाई होगी।