CM योगी ने केजरीवाल पर लगाया ब्राह्मणों के उत्पीड़न का आरोप, कहा- दिल्ली से सबसे ज्यादा ब्राह्मणों को भगाया
लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि मुसलमानों को राज्य में केंद्र व राज्य की योजनाओं का लाभ 33 से 35 फीसदी मिल रहा है।
मुख्यमंत्री ने केजरीवाल की आप पर उनके सरकार में ब्राह्मणों की उपेक्षा का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि आप ऐसी पार्टी है जिसने दिल्ली से सबसे ज्यादा ब्राह्मणों को भगाया। कोविड काल में उनके साथ दिल्ली में अमानवीयता हुई। फर्जी दावें करने से पहले वो आइना देखें।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बुधवार को इंडिया टीवी के कार्यक्रम ‘चुनाव मंच 2021’ में बोल रहे थे। इस दौरान सीएम ने कहा कि 2017 के पहले सामान्य जनमानस में भय था, बेटियां असुरक्षित थीं, भय के माहौल में पर्व व त्योहार मनाए जाते थे। भाजपा ने जो संकल्प लिए थे, साढ़े चार वर्षों में उन्हें पूरा किया है। अपराधियों के मन में भय है, यही नया उत्तर प्रदेश है। अपराधी स्वयं अपने गले में तख्ती लटकाकर पुलिस के सामने समर्पण कर रहे हैं। भटके हुए लोगों को सुधरने का मौका भी मिल रहा है।
उन्होंने कहा कि साढ़े चार साल में यूपी में कोई दंगा नहीं हुआ। सभी पर्व और त्योहार शांति से हो रहे हैं। यूपी में गुंडागर्दी की छूट किसी को नहीं हैं। पुलिस को गुंडागर्दी का जवाब देने की आजादी है।
पंजाब के सियासी संकट पर उन्होंने कहा कि कैप्टन अमरिंदर सिंह पंजाब के सबसे कद्दावर नेता हैं। उन्होंने कांग्रेस को पंजाब में पुनर्जीवित किया है। कांग्रेस ने जिस तरह उनके साथ व्यवहार किया, कोई सभ्य समाज उसे स्वीकार नहीं कर सकता।
यूपी कांग्रेस को लेकर मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रियंका गांधी यूपी से बाहर जाएंगी, तो उत्तर प्रदेश को बदनाम करेंगी। भारत से बाहर जाएंगी, तो भारत को बदनाम करेंगी। इन लोगों के इसी चरित्र के नाते कांग्रेस की दुर्गति हुई। उनके द्वारा किए गए काम कांग्रेस को कहां लेकर जा रहे हैं, देश देख रहा है।
नामकरण को लेकर उन्होंने कहा कि हमने जो नामकरण किए हैं ये उन शहरों को उनकी पौराणिक पहचान दी गई है। अयोध्या को अयोध्या के नाम से पहचाना जाना चाहिए। दुनिया उस शहर को उसी नाम से जानती है। इलाहबाद तो बहुत बाद का नाम है, प्रयागराज का उल्लेख तो रामायण में भी है। किसी ने हमारे पौराणिक व ऐतिहासिक स्थलों का नाम परिवर्तित किया था तो इतिहास के उस चक्र को सही करने का हमारा प्रयास है।
अब्बाजान शब्द पर उठे विवाद को लेकर उन्होंने कहा कि मुस्लिम वोट तो चाहिए लेकिन अब्बाजान से परहेज है। इन राजनेताओं के चरित्र और छल को पहचानकर इनके आचरण से सचेत होने की आवश्यकता है।
अफ़ग़ानिस्तान के मुद्दे पर मुख्यमंत्री ने कहा कि तालिबान में जिस तरह से महिलाओं और बच्चों पर अत्याचार व अन्याय हो रहा है, वो किसी भी सभ्य समाज में स्वीकार नहीं किया जा सकता। तालिबानीकरण का समर्थन नहीं होना चाहिए।
तालिबान का समर्थन यहां कुछ बयानवीर कर रहे थे। जब हमने सख्ती की तो वो उससे पलटते नजर आए। जिस प्रकार की बर्बरता वहां महिलाओं और बच्चों पर की जा रही है, उसको सभ्य समाज स्वीकार नहीं कर सकता है
मुस्लिम समुदाय के कल्याण पर उन्होंने कहा कि यूपी में मुसलमानों की जनसंख्या करीब 18-20 फीसदी है। लेकिन केंद्र व राज्य की योजनाओं का लाभ उन्हें 33 से 35 फीसदी मिल रहा है, ये उनकी आबादी से दोगुना है। बिना किसी भेदभाव के सरकारी योजनाओं का लाभ मिल रहा है। किसी का चेहरा देखकर हम लाभ नहीं दे रहे हैं। ‘सबका साथ, सबका विकास’ के मंत्र को हम लोग अंगीकार करके काम कर रहे हैं।