शस्त्र पूजा से बौखलाए कांग्रेस नेता नें रोली-चंदन की जगह रॉफेल को अजान देने की कही बात !
लखनऊ (UP) : शस्त्र पूजा से बौखलाए कांग्रेसी नेता नें रॉफेल को अजान देने की बात कह डाली ।
भारत में फ़्रांस से निर्मित सर्वोत्तम आधुनिक तकनीक से लैस रॉफेल विमान की पहली खेप आ रही है। कल बुधवार को देश के रक्षामंत्री राजनाथ सिंह नें फ़्रांस की राजधानी में रॉफेल का स्वागत पूरा विधि विधान से किया और हज़ारों वर्षों पुरानी हिंदू परंपरा के अनुसार शस्त्र पूजन करके विमान को भारतीय बेड़े में शामिल किया।
Mérignac(France): Defence Minister Rajnath Singh performs ‘Shastra Puja’, on the Rafale combat jet officially handed over to India. pic.twitter.com/kOOzu430bK
— ANI (@ANI) October 8, 2019
हालांकि यह संयोग था कि दशहरा के दिन रॉफेल को भारतीय वायुसेना में शामिल किया गया। लेकिन यह शस्त्र पूजा कुछ नेताओं को नागवार गुजरी और इससे भारत के संविधान के सेकुलरिज्म को ख़तरा बता दिया।
उधर हमेशा ही तरह भारतीय संस्कृति और परंपरा को नीचा दिखाने वाली कुछ लेफ़्ट लिबरल गैंग नें शस्त्र पूजा का मज़ाक उड़ाया।
इधर जिस रक्षामंत्री राजनाथ सिंह द्वारा की गई शस्त्र पूजा का मज़ाक उड़ाया गया उसमें उनके सामने 2019 लोकसभा चुनाव में कांग्रेस से उतरे आचार्य प्रमोद कृष्णम भी शामिल थे।
शस्त्र पूजा को धार्मिक कोण से जोड़ते हुए कांग्रेस नेता कृष्णम नें इसके बजाय अजान की भी बात कह डाली। लेकिन शस्त्र पूजा से उन्होंने सेकुलरिज्म को ख़त्म होने की बात कही।
ख़ुद को आचार्य बताने वाले कृष्णम दूसरी परिस्थितियों में अजान का मुद्दा उठाते हुए बोले “रक्षा मंत्री हिंदू हैं तो राफ़ेल को रोली चंदन लगा कर ॐ लिख दिया गया, लेकिन अगर मंत्री मुसलमान होता तो क्या अज़ान देता।”
इसके आगे सेकुलरिज्म का राग अलापते हुए बोले “ऐसा लगता है कि अब संविधान से सैक्यूलर शब्द हटा देना चाहिये।”
रक्षा मंत्री “हिंदू” हैं तो “राफ़ेल” को रोली चंदन लगा कर ॐ लिख दिया गया,लेकिन अगर मंत्री “मुसलमान” होता तो क्या “अज़ान” देता, ऐसा लगता है कि अब “संविधान” से “सैक्यूलर” शब्द हटा देना चाहिये.
— Acharya Pramod (@AcharyaPramodk) October 8, 2019
हालांकि इस शस्त्र पूजा का मजाक उड़ाते हुए आचार्य जी ख़ुद अपने किए हुए एक रीट्वीट को भूल गए जिसमें अपनी ही पार्टी कांग्रेस के वरिष्ठ नेता व मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ द्वारा दशहरे के अवसर पर शस्त्र पूजन किया गया।