युवती के साथ खेत में जबरन दुष्कर्म का बनाया दबाव, विरोध करने पर लगाया छुआछूत व SC-ST एक्ट
बांदा: उत्तर प्रदेश के बांदा जिले में एक ओबीसी समुदाय से आने वाली युवती के परिजनों को दलित दबंग द्वारा की जाने वाली छेड़छाड़ की शिकायत करना भारी पड़ गया। दलित युवक के परिजनों के पास जब युवती के परिजनों ने युवक की शिकायत करी तो उन्होंने उन्हें उल्टा छुआछूत के फर्जी मुक़दमे में एससी एसटी एक्ट के तहत नामजद कर दिया। हमने इससे पहले भी अपनी प्रकाशित रिपोर्ट में इस विषय को उठाया था जिसे मुख्य धारा की मीडिया ने छुआछूत की घटना से जोड़ दिया था।
आपको बता दें कि घटना बांदा जिले के बिसंडा थाना के तेंदुरा ग्राम पंचायत की है। तेंदुरा ग्राम पंचायत के शंकरपुरवा मे दलित युवक भगवती वर्मा (रैदास) पुत्र रामचन्द्र वर्मा (रैदास) पड़ोस की युवती अंजू यादव पुत्री नत्थू यादव के मोबाईल पर विभिन्न नंबरों से फोन करके पिछले कई दिनों से अश्लील बातें करके परेशान कर रहा था।
परिजनों ने अपनी तहरीर में आरोप लगाया कि युवक भगवती वर्मा युवती पर खेत में चलकर गलत काम करने के लिए दबाव बना रहा था। जिससे तंग आकर युवती ने परिजनों को आपबीती बताई। जब युवती के परिजनों ने इस बात की शिकायत भगवती के पिता रामचन्द्र वर्मा से की तो उल्टा वह परिजनों से ही गाली गलौज करने लगा। जिससे दोनों पक्षों में कहासुनी व हाथापाई भी हो गई।
अलग अलग नंबरों से करता था अश्लील बातें
दलित युवक पिछले 2 दिनों से अलग नंबरों 6307948604,8381876634,8528085280 से युवती के मोबाईल पर फोन करके अश्लील बातें करता था और प्रेम करने की इच्छा जाहिर करता था। जिसका प्रमाण युवती ने अपने मोबाइल से हमें दिखाया है।
जिसमे कई बार इन दो नुम्बरो से युवती के पास फ़ोन कॉल आई थी। जिसको हमारी टीम ने जांचा तो वह नंबर भगवती वर्मा से सम्बंधित ही निकला।
दलित ने छेड़खानी मे हुई हाथापाई को छुआछूत मे मारपीट बताकर फर्जी एससी एसटी एक्ट लगाया
छेड़खानी का विरोध करने पर रामचन्द्र वर्मा ने छुआछूत की वजह से हैंडपंप पर पानी भरने पर मारपीट का झूठा आरोप लगाकर युवती के परिजनों योगेश पुत्र शिववरन,राजबहादुर पुत्र रामदयाल,नत्थू पुत्र रामदयाल और परसही पत्नी नत्थू पर झूठा एससी एक्ट का केस दर्ज करा दिया है।
बांदा पुलिस ने भी छुआछूत मे मारपीट की घटना को बताया झूठा
दलित रामचन्द्र वर्मा द्वारा युवती के परिजनों पर छुआछूत मे मारपीट के आरोप को बांदा पुलिस ने भी झूठा बताया है। बातचीत में थानाध्यक्ष ने हमें इसकी पुष्टि करी है कि छुआछूत की घटना पूर्णतः असत्य है। जोकि हमारी जांच में भी फर्जी पाई गई है।
दलित युवक की नहीं हो सकी गिरफ़्तारी, उल्टा परिजनों पर टंगी तलवार
छेड़खानी करने के आरोपी दलित युवक को बांदा पुलिस अभी तक गिरफ्तार नहीं कर सकी है। उल्टा एससी एसटी एक्ट के कारण पीड़ित परिवार पर ही गिरफ़्तारी की तलवार लटकने लगी है।
Update: We are facing some issues with our donation gateway. Sorry for the inconvenience. Meanwhile, You can donate to us via Paytm on 8800454121 or Google pay or Phone pay on 7840816145.