देश विदेश - क्राइम

नागपंचमी पर दलितों को असगर अली व आशिक ने तलवार व डंडो से दौड़ा कर पीटा, 9 दलित मरणासन्न अवस्था में

प्रतापगढ़: उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ में मानवता को शर्मशार करने वाला वाकया सामने आया है। नागपंचमी में कुश्ती प्रतियोगिता में दखल देने पहुंचे महेशगंज के असगर अली व आशिक अली के साथ दलित समुदाय की किसी बात को लेकर कहासुनी हो गई थी।

जिसके बाद दोनों दबंगो ने अपने अन्य साथियो के साथ मिलकर करीब दर्जन भर दलितों को तलवार व लाठी डंडो से दौड़ा दौड़ा कर पीटा जिसके बाद अन्य जातियों के लोगो द्वारा दलितों की मदद की गई।

मदद को आता देख दबंगो ने गाँव में फायरिंग करते हुए दहसत फैला दी। वहीं मौका देखकर फरार हो गए।

इस पुरे प्रकरण में कुल 9 दलित भाई बुरी तरह घायल हो गए जिन्हे पास के ही अस्पताल में भर्ती कराया गया है। लेकिन हद तो तब हो गई जब बाघराय पुलिस ने सुबह होने तक मुकदमा तक दर्ज नहीं किया।

वही गाँव के ही एक व्यक्ति ने बताया कि मुसलमानो की ओर से दलित भाइयो को नागपंचमी के मौके पर बुरी तरह दौड़ा दौड़ा कर पीटा गया। साथ ही अगर अन्य लोग बचाव में नहीं आते तो यह दबंग इन्हे जान से मार देते।

सुबह तक पुलिस द्वारा मुकदमा तक दर्ज न करने पर दर्जन भर महिलाओ ने थाने का घेराव कर लिया व तत्काल अपराधियों की गिरफ़्तारी की मांग करने लगी। इस दौरान दलितों का साथ देते हुए अन्य जातियों के लोगो ने सड़क जाम भी किया।

ग्रामीणों द्वारा दलितों के समर्थन में सड़क जाम कर हंगामा करने पर पुलिस के आला अधिकारियो के हाथ पाँव फूल गए। जिन्होंने मौके पर पहुंच ग्रामीणों को समझाया व किसी तरह सड़क को खुलवाया।

वहीं पुलिस ने बातचीत में बताया कि अभी तक उसने 6 दबंगो को गिरफ्तार कर लिया व अन्य की गिरफ़्तारी के प्रयास जारी है। साथ ही पुलिस ने एससी एसटी एक्ट की विभिन्न धाराओं में मुकदमा भी दर्ज किया है.


Donate to Falana Dikhana: यह न्यूज़ पोर्टल दिल्ली विश्विद्यालय के मीडिया छात्र अपनी ‘पॉकेट मनी’ से चला रहे है। जहां बड़े बड़े विश्विद्यालयों के छात्र वामपंथी विचारधारा के समर्थक बनते जा रहे है तो वही हमारा पोर्टल ‘राष्ट्रवाद’ को सशक्त करता है। वही दिल्ली विश्विद्यालय जैसे प्रतिष्ठित संस्थान में पढ़ रहे हमारे युवा एडिटर्स देश में घट रही असामाजिक ताकतों के खिलाफ लेख लिखने से पीछे नहीं हटते बस हमें आशा है तो आपके छोटे से सहयोग की। यदि आप भी हम छात्रों को मजबूती देना चाहते है तो कम से कम 1 रूपए का सहयोग अवश्य करे। सादर धन्यवाद, ‘जयतु भारतम’

                                                        

 

 


Why Harsh Meena is writing this piece?
Harsh Meena is a student of journalism at the University of Delhi. He reads and writes Dalit politics for exposing the venom spread by the so-called Dalit organizations. Besides, he is known for being vocal about the forceful conversions of the Hindu Dalits. Fun Fact, Dalit organizations hate him for exposing their nexus with Jay Meem!

इससे सम्बंधित

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button