पालघर लिंचिंग में CBI जांच की उठी माँग, कपिल मिश्रा बोले- ‘साफ है महाराष्ट्र सरकार न्याय नहीं दिलवा सकती’
मुंबई: सुशांत केस के बाद अब पालघर में साधुओं की लिंचिंग केस को उजागर करने की माँग तेज हो गई।
बॉलीवुड कलाकार सुशांत सिंह राजपूत की मौत को लेकर सुप्रीम कोर्ट से CBI जांच के आदेश आ गए हैं जिसके बाद अब पालघर मामले में को उजागर करने की मांग शुरू हो गई है। इसी कड़ी में दिल्ली सरकार के पूर्व मंत्री व भाजपा नेता कपिल मिश्रा ने पालघर केस में साधुओं की लिंचिंग में हुई जांच पर असंतोष व्यक्त किया है।
कपिल ने पालघर केस के लिए CBI जांच की माँग करते हुए कहा कि “साफ है महाराष्ट्र सरकार ना ठीक से जांच कर सकती ना न्याय दिलवा सकती। पालघर के साधुओं की निर्मम हत्या का सत्य सामने आना जरूरी, पालघर के लिए CBI”
इसके बाद अग्निहोत्री ने केस में राजनीतिक दलों को भी लपेटे में लिया और कहा कि “आइए एक साथ राजनीतिक दलों और अर्बन नक्सल की सांठगांठ का खुलासा करें जो हिंदू साधुओं की अमानवीय हत्या के पीछे हैं।”
अंत में उन्होंने लोगों से केस के बारे में सभी प्रकार की जानकारी भी मांगी है, बोले- “आपके पास जो भी जानकारी है मुझे भेजें।”
I am starting #CampaignPalghar to expose the inefficiency of Maharashtra Government. Let’s probe together the nexus of political parties and #UrbanNaxals which is behind the inhuman killing of Hindu Sadhus. Pl send me whatever information you have. https://t.co/PzPDhA5Trj
— Vivek Ranjan Agnihotri (@vivekagnihotri) August 20, 2020
28 आरोपियों को मिली ज़मानत:
गौरतलब है कि पिछले हफ्ते ही पालघर में 16 अप्रैल को भीड़ द्वारा दो साधुओं और उनके ड्राइवर को पीट-पीट कर हत्या कर दिए जाने के मामले में सोमवार को एक स्थानीय अदालत ने 28 आरोपियों को जमानत दे दी। रिपोर्ट के मुताबिक केस में निर्धारित 90 दिनों में आरोपियों के खिलाफ कोई आरोपपत्र नहीं दायर किया गया। वकील अमृत अधिकारी ने कहा कि दहानू में न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रथम श्रेणी एमवी जावले ने आरोपियों को जमानत पर रिहा करने का आदेश दिया।
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