फेल छात्र नें 2 बार शिकायत बदली तीसरे में प्रिंसिपल पे ठोका फ़र्जी SC/ST एक्ट: आरोप
मध्यप्रदेश : रीवा जिले TRS कालेज के पूर्व प्रिंसिपल पर SC/ST सहित तीन धाराओं में केस दर्ज किए गए हैं
रीवा (MP) : TRS कालेज के प्रिंसिपल पर छात्र नें मार्कशीट बदलने व जातिसूचक शब्द के आरोप में SC/ST लगाया है जबकि प्रिंसिपल नें कहा कि फेल से बचने का षड्यंत्र रचा है |
मध्यप्रदेश के रीवा जिले के सबसे चर्चित ठाकुर रणवत सिंह (TRS) कालेज में इस समय एक गंभीर मामला चल रहा है | दरअसल रीवा जिले के इस कालेज के पूर्व प्रिंसिपल रामलला शुक्ला पर छात्र नें SC/ST के तहत मुकदमा दर्ज कराया है | छात्र रामबदन साकेत नें प्रिंसिपल पर जानबूझकर फेल करने, जातिसूचक शब्द व पिटाई करने संबंधी तीन धाराओं के तहत जिले के सिविल लाइन थाना अंतर्गत केस दर्ज कराया है |
छात्र का आरोप था कि उसे जानबूझकर फेल किया गयी उसकी मार्कसीट बदल दे गई जबकि वह पास था |
हालाँकि मामले में जांच कर रही पुलिस नें बताया कि उनके पास इस केस के बारे में कालेज के प्रतिनिधि मंडल नें मुलाकात की बताया कि यह केस पूरी तरह से फ़र्जी है |
वहीं स्थानीय मीडिया नें जब इस बारे में कालेज प्रिंसिपल से बात की तो उन्होंने इसकी अलग ही पोलपट्टी खोली |
रामलला शुक्ला नें बताया कि “छात्र फेल हो गया लेकिन कंप्यूटर से कागज बनवाकर विभागों को भेजना चालू किया | छात्र की मांग थी कि कापी दोबारा दिखाई जाए हम लोगों ने कापी दिखाया छात्र संतुष्ट हो गया | उसने दोबारा सप्लीमेंट्री का एग्जाम दिया, सप्लीमेंट्री का फॉर्म नहीं भरा, फीस भी नहीं दी इसलिए उसका रिजल्ट रुका हुआ है |”
इसके आगे उन्होनें बताया कि “छात्र रामबदन नें दोबारा शिकायत बदल दी और बोलने लगा कि 6 नंबर नहीं थे वो 66 नंबर थे | सूचना आयुक्त द्वारा कलेक्टर को पत्र लिखा, कलेक्टर ने इस मामले में खुद जांच के लिए छात्र से मार्कशीट मंगाया और सभी जानकारियां इकट्ठा की और बाद में उसको मार्कशीट दे दिया | अब 30 जून को छात्र गया और उसने बोला कि हमसे मारपीट की गई है, जातिसूचक गाली दी गई है जबकि 21 जून को जब छात्र कॉलेज गया था तो उसका उस समय का सीसीटीवी कैमरा भी उपलब्ध है जिसमें सब कुछ सही सही मिल जाएगा | लेकिन फेल से बचने के लिए उसने षड्यंत्र रचा और फ़र्जी SC/ST लगा दिया |
उधर छात्र के बचाव के लिए बहुजन समुदाय सहित अल्पसंख्यक संगठन रैली मोर्चा निकाल रहे हैं | और पूर्व प्रिंसिपल को गिरफ्तार करने की माँग कर रहे हैं |
हालाँकि मामला उलझा हुआ है प्रिंसिपल की माने तो एक्ट फ़र्जी लगाया गया है जबकि पुलिस इस मामले में जाँच कर रही है और बाद में कालेज प्रिंसिपल की बातों को ध्यान देते हुए CCTV को खंगालने पर सारी सच्चाई सामने आ जाएगी कि छात्र नें षड्यंत्र रचा या प्रिंसिपल नें गलती की है |