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मंदसौर में दलित की बारात रोकने की NDTV ने चलाई फर्जी खबर, नतीजन Sc-St एक्ट में 8 लोग गए जेल

मंदसौर (मध्य प्रदेश): राज्य के मंदसौर जिले के शामगढ़ थाना क्षेत्र के गुराडिया माता गांव में दलित वर्ग द्वारा बारात निकासी के समय डीजे की तेज आवाज को धीमा करने को कहना एक वर्ग को काफी महंगा पड़ गया। जिसके बाद दलित दूल्हे के परिजनों ने बारात रोकने का आरोप 8 लोगो पर एससी एसटी एक्ट के तहत मामला दर्ज करा दिया।

घटना रविवार रात 8 बजे के लगभग की है जहां गुराडिया माता गांव में दलित दीपक मेघवाल पुत्र राधेश्याम मेघवाल की बारात डीजे की तेज आवाज़ में जा रहीं थीं। रास्ते में देवनारायण मंदिर पर ग्रामीणों द्वारा कथा का अनुष्ठान चल रहा था। बारात की तेज आवाज के चलते मंदिर में चल रहे धार्मिक अनुष्ठान में विघ्न पहुंच रही थी। जिस कारण ग्रामीणों ने डीजे की आवाज थोड़ा कम करके बगल से गुजर जाने को कहा। इसी बात पर बारात निकासी मे शामिल भीम आर्मी के कुछ युवकों ने गाली गलौज शुरू कर दी और शराब के नशे में तलवार भी लहराने लगे। जिससे दोनों पक्षों में टकराव बढ़ गया। रात डायल 100 बुलाने पर दोनों पक्षों को शांत कराकर पुन: बारात निकासी कराई गई। मगर इसके बावजूद दलित वर्ग द्वारा राजपूत समाज पर बारात रोकने और दूल्हे को घोड़ी पर चढ़ने से मना करने का आरोप लगाते हुए एससी एसटी एक्ट के तहत 8 लोगो के खिलाफ झूठा मुकदमा दर्ज करा दिया गया।

घटनास्थल पर चल रही सत्यनारायण कथा का कार्ड

पहले नही हुआ कभी टकराव,भीम आर्मी ने शामिल होकर बिगाड़ा माहौल
पहले भी दलित वर्ग के लड़को और लड़कियों की निर्विवाद बारात निकासी होती रही है। मगर भीम आर्मी ने पहली बार बारात में शामिल होकर गांव का माहौल बिगाड़ दिया। भीम आर्मी के युवकों ने डीजे की तेज आवाज और शराब के नशे में हंगामा मचाकर गांव के शांत माहौल बिगाड़ दिया और दो वर्गो में टकराव करा दिया।

मंदिर के आगे जबरन बजवा रहे थे डीजे
ग्रामीणों ने हमें बताया कि भीम आर्मी से जुड़े लोगो को पता था कि शाम 7 बजे मंदिर में देवनारायण भगवान की कथा व सुन्दरकाण्ड का पाठ चल रहा था। जिसमें अवरोध पैदा करने के लिए भीम आर्मी से जुड़े लोगो ने डीजे को मंदिर के बाहर रुकवा बजाना शुरू कर दिया था।

इसी मंदिर में चल रही थी कथा

वहीं जय भीम जय भीम के जानभूझकर गाने बजाये जा रहे थे। जिसपर मंदिर के अंदर बैठे भक्तो ने आवाज को कम करने का अनुरोध किया था। लेकिन शराब के नशे में धुत्त युवाओ ने मारपीट शुरू कर दी।

8 दिन पहले भी दलित वर्ग के दूल्हे की निकली थी बारात मगर नहीं हुआ कोई टकराव
8 दिन पहले ही दलित समाज के लड़के द्वारकीलाल पुत्र मांगीलाल की शादी में बारात निकासी हुई थी मगर कोई टकराव नहीं हुआ था लेकिन भीम आर्मी के युवकों ने ही शामिल होकर रविवार की रात बारात निकासी के कार्यक्रम को दो जातियों के बीच विवाद का रूप दे दिया गया।

1 साल पहले ही दलित दूल्हे की बहन की हुई थी बारात निकासी मगर कोई टकराव नहीं हुआ
जिस दलित दूल्हे दीपक मेघवाल ने भीम आर्मी के बहकावे में राजपूत समाज पर डीजे की आवाज कम करने की छोटी बात पर झूठा एससी एसटी का केस दर्ज कराया उसी दीपक के बहन की शादी पिछले साल मार्च 2020 मे हुई थी। जिसमें राजपूत समाज के लोग भी शामिल थे लेकिन इस बार भीम आर्मी ने शामिल होकर माहौल बिगाड़ दिया।

पुलीस द्वारा दोनों पक्षों को शांत कराकर बारात निकाली गई बावजूद इसके दलित दूल्हे के परिजनों ने भीम आर्मी के बहकावे मे आकर राजपूत समाज के 8 लोगो के खिलाफ एससी एसटी का मुकदमा दर्ज करा दिया। पुलिस ने सभी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।

NDTV ने चलाई फर्जी खबर
मामले को एक तरफ़ा बताकर NDTV ने बिना कोई छानबीन किये ही इसे दलित उत्पीड़न का केस ठहरा दिया। सिर्फ एक पक्ष की FIR को पेश करते हुए NDTV ने दूसरे तबके को दोषी बताते हुए लोगो तक गलत सन्देश प्रेषित करने का कार्य किया है।


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