#सवर्णो_की_भी_सुनो_सरकार हैशटैग करने लगा ट्रेंड, सरकार से पहली बार मुखर होकर सवर्णो ने माँगा अपना हक़
नई दिल्ली: रोजाना भारत के सबसे बड़े प्रदेश यूपी में बढ़ रहे सवर्णो के प्रति अपराध के बाद आज ट्वीटर पर दिन भर #सवर्णो_की_भी_सुनो_सरकार हैश टैग तैरता रहा। ऐसा पहली बार हुआ है जब ट्वीटर पर ऐसे हैश टैग को ट्रेंड में लाया गया हो।
वहीं राज्य में एक वर्ग के प्रति बढ़ते अपराधों से तंग आकर सरकार को अपनी बात सुनाने के लिए यह हैश टैग चलाया गया था जिसके घंटे भर में 62 हज़ार से अधिक ट्वीट हो गए है।
हैश टैग को ट्रेस करने पर हमने पाया कि यह ट्रेंड आज़ाद सेना के मुखिया अभिषेक आज़ाद के आह्वान पर चलाया गया था जिन्होंने जुर्म के प्रति सरकार के लचर रवैय्ये को नजर में रखते यह मुहीम चलाई थी।
ज्ञात होकि बीते दिनों ही बड़ी बर्बरता से प्रयागराज में एक ब्राह्मण परिवार के चार सदस्यों की बर्बरता से हत्या कर दी गई थी जिसपर अभी भी पुलिस हाथ रगड़ती हुई ही दिखाई पड़ रही है।
साथ ही प्रदेश में इस साल एक विशेष वर्ग की हुई कुल हत्या का आंकड़ा हज़ार के करीब भी पहुंचने वाला है। ऐसे में आरक्षण से लेकर एट्रोसिटी एक्ट से परेशान समाज की आवाज को सरकार तक उठाने के लिए ऐसा किया गया था।
ट्रेंड को लेकर हमसे बात करने पर आज़ाद सेना मुखिया ने बताया कि “सवर्णो को राजनैतिक दलों ने वर्षो से एक अपेक्षित दर्जा दिया हुआ है। वहीं किसी भी राजनैतिक पार्टी की सरकार हो लेकिन सवर्ण समाज के मांगो पर और उनके आंदोलनों को हमेशा नजरअंदाज किया गया”।
आगे अभिषेक ने बताया कि ट्रेंड का मकसद सोशल मीडिया से सरकार औऱ नौकरशाहों से निवेदन करना था”।
बिहार चुनाव में हमारी सुनोगे नही आप सुनने आओगे l
क्योकि हमारी ताकत वोट है l#सवर्णो_की_भी_सुनो_सरकार
— Abhishek Azad (@AzadSenaChief) July 6, 2020
साथ ही अभिषेक आज़ाद पहले भी दलित नेता चंद्रशेखर आज़ाद के अश्लील ट्वीट्स के कारण ट्रेंड चला चुके हैं जोकि घंटे भर में 5 लाख ट्वीट के साथ वैश्विक स्तर पर पहले स्थान पर पहुंच गया था जिसके कारण दबाव में महिला आयोग को दलित नेता की गिरफ्तारी का नोटिस जारी करना पड़ गया था।
आपको बता दें कि दिल्ली में वास करने वाले अभिषेक आज़ाद कानपूर के रहने वाले हैं व आरक्षण के खिलाफ आंदोलन करते हुए दलित नेताओ व मीडिया दबाव के कारण तिहाड़ तक जा चुके है।
Help us to keep this start-up running:यह न्यूज़ पोर्टल दिल्ली विश्विद्यालय के मीडिया छात्र अपनी ‘पॉकेट मनी’ से चला रहे है। जहां बड़े बड़े विश्विद्यालयों के छात्र वामपंथी विचारधारा के समर्थक बनते जा रहे है तो वही हमारा पोर्टल ‘राष्ट्रवाद’ को सशक्त करता है। वही दिल्ली विश्विद्यालय जैसे प्रतिष्ठित संस्थान में पढ़ रहे हमारे युवा एडिटर्स देश में घट रही असामाजिक ताकतों के खिलाफ लेख लिखने से पीछे नहीं हटते बस हमें आशा है तो आपके छोटे से सहयोग की। यदि आप भी हम छात्रों को मजबूती देना चाहते है तो कम से कम 1 रूपए का सहयोग अवश्य करे। Paytm, PhonePe, Bhim UPI, Jio Money, व अन्य किसी वॉलेट से से डोनेट करने के लिए PAY NOW को दबाने के बाद अमाउंट व मोबाइल नंबर डाले फिर ‘Other’ में जाकर वॉलेट ऑप्शन चूज करे। सादर धन्यवाद, ‘जयतु भारतम’
Why Aarushi Kapoor is writing this piece?
Aarushi Kapoor is a student of journalism at the University of Delhi. She has a very keen interest in National politics and a knack over liberals and left-oriented politics. Moreover, She loves right because right is always right!