सरस्वती विसर्जन में शामिल होने जा रहे रूपेश पांडेय को मोहम्मद असलम तथा अन्य साथियों ने उतारा मौत के घाट
झारखण्ड: 17 वर्ष का नाबालिक लड़का रूपेश पांडेय जो सरस्वती विसर्जन के जुलूस में शामिल होने के लिए जा रहा था उसे मुलिम युवकों ने बेरहमी से मार दिया।
घटना झारखंड के हजारीबाग की है, जहाँ एक निर्दोष नाबालिक लड़के रूपेश पांडेय को कुछ मुस्लिम युवकों ने बेरहमी से मार डाला जो सरस्वती विसर्जन जुलूस के लिए गया था। इन मुस्लिम युवकों के नाम मोहम्मद असलम, मोहम्मद अनीस, मोहम्मद कैफ, मोहम्मद गुफरान, मोहम्मद चंद, मोहम्मद ओसामा, मोहम्मद एहतम और मोहम्मद नाहिद बताये जा रहे हैं।
बताया जा रहा है की रूपेश पांडेय अपने माता-पिता की इकलौती संतान थे। जो शाम को सरस्वती विसर्जन जुलूस में शामिल होने गए थे। जब जुलूस हजारीबाग के बरही थाना में नईटांड गाँव में लखना दूलमाहा इमामबाड़ा के पास से गुज़र रहा था तो वहां के मुस्लिम युवकों ने जुलूस में शामिल लोगों से अपशब्द कहे जिसके बाद प्रतिक्रियात्मक टिप्पड़ी पर दोनों गुटों में कहा-सुनी हो गई और मुस्लिम पक्ष ने सरस्वती विसर्जन जुलुस में शामिल लोगों को मरना-पीटना चालू कर दिया। इसी दौरान रूपेश को भी कुछ मुस्लिम युवकों ने बेरहमी से पीटा जिसमें उन्हें गंभीर चोटें आई। अतः उन्हें तुरंत अस्पताल भी ले जाया गया परन्तु उन्हें वहां मृत घोषित कर दिया गया।
रूपेश की मौत की खबर जब उनके गांव में फैली तो वहां के लोगों का गुस्सा फूट पड़ा। गांव-वासी अधिक से अधिक संख्या में गुट बनाकर लखना दूलमाहा इमामबाड़ा पहुंचे और वहां धर्मविशेष के घरों पर पथराव किया गया तथा बाहर खड़ी गाड़ियों में आग लगा दी। जिसके बाद पुलिस प्रशाशन ने संज्ञान लेते हुए शांति बहाल करायी तथा इलाके में अफवाहों पर रोक लगाने के लिए इंटरनेट सेवाएं भी तुरंत प्रभाव से बंद कर दी गई।
झारखण्ड पुलिस प्रशासन मामले की जाँच में लगा हुआ है तथा रूपेश पांडेय की मौत के जिम्मेदार सभी युवकों को हिरासत में ले लिया गया है व जाँच पड़ताल जारी है।