चुनावी पेंच

आरक्षण पे बरसे गडकरी, कहा- समाज को बढ़ने के लिए आरक्षण ही जरूरी नहीं

नागपुर (महाराष्ट्र) : गडकरी नें कहा जतिगत विचारों से ऊपर उठें, समाज के विकास के लिए आरक्षण ही जरूरी नहीं ।

केंद्रीय मंत्री और भाजपा नेता नितिन गडकरी ने सोमवार 16 सितंबर को कहा कि “किसी सामाजिक और आर्थिक रूप से पिछड़े समुदाय के सदस्यों की प्रगति के लिए आरक्षण आवश्यक है, लेकिन कोटा प्रणाली अकेले उनके पूर्ण विकास को सुनिश्चित नहीं कर सकती।”

उन्होंने शिक्षा, सामाजिक और आर्थिक साधनों के माध्यम से एक समुदाय की प्रगति पर जोर दिया। गडकरी ने जातिगत विचारों से परे नेतृत्व के बारे में भी बात की और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बड़ाई की ।

मंत्री महात्मा फुले शिक्षण संस्थान द्वारा आयोजित अखिल भारतीय माली समाज महाविद्याशन में सभा को संबोधित कर रहे थे। माली समुदाय के नेताओं नें अपने सामाजिक समूह के सदस्यों के लिए अधिक प्रतिनिधित्व और चुनाव टिकट की मांग की, जोकि अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) श्रेणी में आता है।

गडकरी ने बाद में सभा को संबोधित करते हुए कहा कि इस तरह की मांगें हर समुदाय से बहुत आम हैं और उन्हें इस तरह के दावे से परे देखने को कहा। भाजपा नेता ने कहा कि उन्होंने व्यक्तिगत रूप से अनुभव किया है कि अधिकतम मंत्री पाने वाले समुदाय का मतलब यह नहीं है कि सामाजिक समूह के सदस्य प्रगति करेंगे।

गडकरी ने कहा, “जब लोग अपने कामों के आधार पर टिकट पाने में विफल होते हैं तो वे जाति कार्ड खेलते हैं।” “मैं पूछना चाहता हूं – क्या जॉर्ज फर्नांडीस (एक पूर्व केंद्रीय मंत्री और समाजवादी स्टालवार्ट) किसी जाति के थे ? वह किसी जाति के नहीं थे … वह ईसाई थे ? क्या इंदिरा गांधी जाति के कारण सत्ता में आईं ? उन्होंने कहा, “क्या अशोक गहलोत आपकी जाति के हैं ? लेकिन वह राजस्थान के मुख्यमंत्री बने जब अन्य जाति समूहों के लोगों ने उनकी मदद की।”

लोगों ने मुझे कहा था कि महिलाओं को आरक्षण मिलना चाहिए, ‘मैंने कहा कि हाँ उन्हें आरक्षण मिलना चाहिए। लेकिन, मैंने तुरंत उनसे पूछा, क्या इंदिरा गांधी को आरक्षण मिला है। कई वर्षों तक उन्होंने देश पर शासन किया और लोकप्रिय हुईं। “इसी तरह, क्या वसुंधरा राजे और सुषमा स्वराज (भाजपा नेताओं) को आरक्षण मिला ?”

आरक्षण दिया जाना चाहिए, लेकिन जो दलित (शोषित-पीडित), सामाजिक और आर्थिक रूप से पिछड़े वर्गों के हैं। लेकिन, यह सच नहीं है अगर कोई यह सोचता है कि अकेले आरक्षण से एक समुदाय को पूरी प्रगति होगी, जिन समुदायों को अधिकतम आरक्षण मिला है, यह सोच भी सच नहीं है ।

गडकरी ने कहा, “राजनीति में, जो लोग अच्छा काम करते हैं, उन्हें वोट नहीं मांगना पड़ता क्योंकि वोट स्वाभाविक रूप से उनके पास आते हैं।” गडकरी ने कहा, “प्रधानमंत्री मोदी कभी भी अपनी जाति के बारे में बात नहीं करते हैं। मैं वास्तव में मोदीजी की सराहना करता हूं। आज तक नरेंद्र मोदीजी ने कुछ नहीं कहा, मुख्य पिछड़े समुदाय से हैं।

केंद्रीय मंत्री ने कहा, “ऐसे लोग हैं जो बड़े नेता बन गए हैं, लेकिन कोई भी कभी भी अपनी जाति के बारे में बात नहीं करता है। इसलिए हमें ऐसे नेता बनाने चाहिए जो देश, राज्यों और समाज की आर्थिक स्थिति को बदल सकें।”

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