कश्मीरी पंडितों की सुरक्षा और समस्याओं को लेकर राहुल गांधी ने लिखा पीएम को पत्र, कहा उठाए जाए उचित कदम
नई दिल्ली- कांग्रेस सासंद राहुल गांधी ने कश्मीरी पंडितों की सुरक्षा और उनकी समस्याओं से अवगत कराने को लेकर शुक्रवार को देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को पत्र लिखा है, उन्होंने लिखा कि जम्मू कश्मीर में हो रहीं टारगेट किलिंग के बीच कश्मीरी पंडितों को बिना किसी सुरक्षा इंतजामों के घाटी में काम करने के लिए मजबूर किया जा रहा हैं।
आपको बता दे कि राहुल गांधी द्वारा चलाई जा रहीं भारत जोड़ो यात्रा का पिछले दिनों जम्मू कश्मीर में समापन हो गया है, इसी यात्रा के दौरान कश्मीरी पंडितों का एक प्रतिनिधि मण्डल अपनी सुरक्षा और अनेकों समस्याओं को लेकर कांग्रेस सासंद राहुल गांधी से मिला था।
पीएम नरेंद्र मोदी को लिखा पत्र
सासंद राहुल गांधी ने पीएम को पत्र भेजें पत्र में लिखा कि आशा है कि आप सकुशल होंगे, उन्होंने कहा कि इस पत्र के माध्यम से मैं आपका ध्यान कश्मीर घाटी से विस्थापित कश्मीरी पंडित समुदाय की पीड़ा की ओर खींचना चाहता हूँ। हाल ही में आतंकियों द्वारा कश्मीरी पंडितों व अन्य लोगों की टारगेटेड हत्याओं ने घाटी में डर और निराशा का माहौल बना दिया है।
उन्होंने आगे लिखा कि पूरे भारत को प्रेम और एकता के सूत्र में पिरोने के लिए भारत जोड़ो यात्रा के जम्मू पड़ाव के दौरान कश्मीरी पंडितों का एक प्रतिनिधि मंडल अपनी समस्याओं को लेकर मुझसे मिलने आया था, जहां उन्होंने बताया कि सरकार के अधिकारी उन्हें कश्मीर घाटी वापस काम पर जाने के लिए मजबूर कर रहे हैं। इन हालातों में सुरक्षा के बिना पुख्ता इंतजामों के बीच उन्हें घाटी में काम पर जाने के लिए मजबूर किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि मेरा मानना है कि हालात के सुधरने और सामान्य होने तक सरकार इन कश्मीरी पंडित कर्मचारियों से अन्य प्रशासकीय अथवा जनसुविधा के कार्यों में सेवाएँ ले सकती है। आज कश्मीरी पंडित अपनी और अपने परिवार की सुरक्षा को लेकर गुहार लगा रहे और सरकार से हमदर्दी और अपनेपन की उम्मीद कर रहे हैं।
उप-राज्यपाल द्वारा की गई टिप्पणी को बताया गैर जिम्मेदाराना
इतना ही नहीं इस कठिन और विषम परिस्थिति में उप-राज्यपाल मनोज सिन्हा के द्वारा कश्मीरी पंडितों के लिए “भिखारी” जैसे शब्दों के प्रयोग को बेहद ही गैर-जिम्मेदाराना हरकत बताया है। उन्होंने कहा कि शायद स्थानीय प्रशासन की इस असंवेदनशील शैली से आप परिचित न हों।
लेकिन मैंने कश्मीरी पंडित भाइयों-बहनों को भरोसा दिलाया है कि उनकी चिंताओं व समस्त माँगों को आप तक पहुँचाने का पूरा प्रयास करूँगा और मुझे उम्मीद है कि यह सूचना मिलते ही आप कश्मीरी पंडितों की सुरक्षा और समस्याओं को लेकर उचित कदम उठाएँगे।