PM मोदी के ड्रीम प्रोजक्ट केदारनाथ धाम पुनर्निर्माण प्रोजेक्ट के तहत चरण-1 का काम पूरा
देहरादून: उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा है कि केदारनाथ धाम पुनर्निर्माण प्रोजेक्ट के तहत प्रथम चरण के कार्य लगभग पूर्ण हो चुके हैं।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने ड्रोन के माध्यम से श्री केदारनाथ धाम के पुनर्निर्माण कार्यों का निरीक्षण करते हुए अधिकारियों को कार्यों में और तेजी लाने के निर्देश दिये हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि श्री केदारनाथ श्रद्धालुओं की आस्था का प्रमुख केन्द्र है।
धामी ने समयबद्ध, गुणवत्तायुक्त और प्रधानमंत्री के विजन के अनुरूप कार्य पूरा करने के लिए अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन में मास्टर प्लान के अनुरूप श्री केदारनाथ को भव्य बनाया जा रहा है।
उन्होंनेे अधिकारियों को कार्यों में और तेजी लाने के निर्देश देते हुए कहा कि केदारनाथ धाम के पुनर्निर्माण का प्रोजेक्ट, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का ड्रीम प्रोजक्ट है। मुख्यमंत्री ने कहा कि पुनर्निमाण कार्य में और तेजी लाने के लिए मानव संसाधन के साथ ही पर्याप्त उपकरणों की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। साथ ही समयबद्ध, गुणवत्तायुक्त और प्रधानमंत्री के विजन के अनुरूप ही कार्य पूरा हो।
खराब मौसम के कारण केदारनाथ न जा पाने पर मुख्यमंत्री नेे ड्रोन के माध्यम से ही वहां चल रहे काम का निरीक्षण किया। उन्हें प्रस्तुतीकरण के माध्यम से जानकारी दी गई कि केदारनाथ धाम पुनर्निर्माण प्रोजेक्ट के तहत प्रथम चरण के कार्य लगभग पूर्ण हो चुके हैं। शंकराचार्य समाधि व ब्रिज का काम भी जल्द पूरा हो जाएगा।
मुख्यमंत्री ने बताया कि प्रधानमंत्री जी स्वयं अनेक बार ड्रोन के माध्यम से विकास कार्यों की समीक्षा कर चुके हैं। मुख्यमंत्री ने प्रथम चरण में अवशेष आदिगुरू शंकराचार्य की समाधि स्थल एवं मंदाकिनी नदी पर बन रहे ब्रिज के निर्माण कार्य को जल्द पूर्ण करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि आने वाले दो-तीन माह में श्री केदारनाथ में कार्य करने के लिए अच्छा समय है, इस दौरान तेजी से कार्य किये जायेंगे साथ ही श्री केदारनाथ में चल रहे प्रथम चरण के कार्य लगभग पूर्ण हो चुके हैं।
उन्होंने कहा कि अब द्वितीय चरण में स्वीकृत हो चुके संगम घाट का नव निर्माण, आस्था पथ में रेन शेल्टर, वाटर एटीएम, कमांड एण्ड कंट्रोल रूम, हॉस्पिटल बिल्डिंग एवं अन्य कार्यों में भी तेजी लाई जाए। बता दें कि द्वितीय चरण में 116 करोड़ रूपये के कार्यों की स्वीकृत हो चुकी है।