एससी एसटी एक्ट का झूठा मुकदमा दर्ज कराने वाले अधिवक्ता के खिलाफ ग्रामीणों में आक्रोश, एसपी को ज्ञापन सौंपकर की कार्रवाई की मांग
हनुमानगढ़- राजस्थान के हनुमानगढ़ जिले में सदर पुलिस थाना क्षेत्र के करणीसर गाँव में एससी एसटी एक्ट के दुरूपयोग का एक नया मामला सामने आया है, जहां ग्रामीणों का आरोप है कि बीते दिनों 14 मार्च को करणीसर गाँव निवासी अधिवक्ता विनोद वर्मा के द्वारा गाँव के ही सात-आठ लोगों के खिलाफ लूटपाट और एससी एसटी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज करा दिया गया था, जो बिल्कुल झूठा और निराधार हैं।
जिसके बाद गुरूवार को ग्रामीणों ने सैकड़ों की संख्या में एसपी कार्यालय पहुंचकर जिले के एसपी महोदय को ज्ञापन सौंपकर लूटपाट और एससी-एसटी एक्ट के तहत झूठा मुकदमा दर्ज कराने वाले विनोद वर्मा के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की मांग की हैं।
ग्रामीणों में आपसी भाईचारे को खत्म करने का आरोप
करणीसर गाँव निवासी ग्रामीणों का कहना है कि कथित आरोपी विनोद वर्मा वकालत का काम करता है, वह ग्रामीणों को बार-बार धमकियां देकर असामाजिक तत्वों को गाँव में बुलाता है और गाँव की स्कूल में पढ़ रही लड़कियों के साथ छेड़छाड़ करने और एससी एसटी एक्ट के तहत झूठे मुकदमें दर्ज करवाने जैसे गलत कामों के लिए लोगों को उकसाता है।
इतना ही नहीं ग्रामीणों का आरोप है कि इससे पहले भी विनोद वर्मा के द्वारा करणीसर गाँव के ही निवासी अमरजीत पुत्र कालूराम, मुकेश कुमार पुत्र बनवारी लाल व अन्य लोगों पर भी झूठे मुकदमे करवाकर गांव में अशांति का माहौल उत्पन्न कर दिया था। विनोद ग्रामीणों को जात-पात में बांटने और आपसी प्रेमभाव तथा भाईचारे को खत्म करने की कोशिश कर रहा हैं।
इससे पहले भी एक ऐसा ही मामला चुरू जिले के सुजानगढ़ से सामने आया था, जिसमें एक महिला और उसके साथी द्वारा झूठे एससी एसटी एक्ट और रेप केस में फंसाने की धमकी से आहत होकर ज्वेलरी का काम करने वाले एक युवक उत्तम ने ट्रेन के आगे कूदकर आत्महत्या कर ली थी। जिसके बाद मृतक के परिजनों और स्वर्णकार समाज के लोगों द्वारा उचित कार्रवाई हेतु जमकर हंगामा किया गया था।