सूरीनाम के राष्ट्रपति ने शपथ ली तो हाथ में रखा वेद व जपे संस्कृत श्लोक
सूरीनाम: लैटिन अमेरिकी देश के राष्ट्रपति की शपथ नें सनातन धर्म को गौरवान्वित किया है।
लैटिन अमेरिकी देश सूरीनाम के राष्ट्रपति का शपथ ग्रहण समारोह भारत में अचानक चर्चा का विषय बन गया। बता दें कि हाल ही में 16 जुलाई को सूरीनाम के राष्ट्रपति चंद्रिका प्रसाद संतोखी नें राष्ट्रपति पद की शपथ ली। लेकिन शपथ लेते वक्त संतोखी सनातन धर्म की अमूल्य निधि यानी वेद को अपने हाथ मे धारण किए हुए थे।
इसके अलावा नवनिर्वाचित राष्ट्रपति चंद्रिकाप्रसाद संतोखी ने संस्कृत में शपथ भी ली। शपथ लेते समय, संतोखी ने पण्डित द्वारा जपे गए संस्कृत श्लोक को दोहराया।
संतोखी के इन तस्वीरों व वीडियो को भारत में जमकर तारीफ़ें मिलीं, लोगों ने सात समंदर पार देश में देवभाषा संस्कृत व प्राचीनतम सनातन ग्रन्थ वेदों के इस सम्मान पर गर्व महसूस किया। कई भारतीय हस्तियों ने संतोखी को उनके निर्वाचन पर हार्दिक शुभकामनाएं भी दीं।
Congratulation to the newly elected President of Suriname (South America) Sh. Chandrika Prasad Santoshi. Do watch his oath. Proud moment for every Bharatiya. pic.twitter.com/n7bjllCyvI
— Navdeep Singh (@navdeepind) July 22, 2020
दक्षिण अमेरिकी राष्ट्र सूरीनाम ने पूर्व सैन्य तानाशाह देसी बाउटर की जगह संतोखी को नया राष्ट्रपति चुना है। पूर्व पुलिस प्रमुख, संतोखी का जन्म 3 फरवरी, 1959 को हुआ था, और नौ बच्चों के परिवार में सबसे छोटे के रूप में ग्रामीण इलाकों में बड़े हुए। उन्होंने चार साल तक एपेलडॉर्न में नीदरलैंड्स के पुलिस अकादमी में अध्ययन किया और पुलिस के लिए काम करने के लिए सितंबर 1982 में सूरीनाम लौट आए। 1991 में, संतोखी को मुख्य पुलिस आयुक्त नियुक्त किया गया था।
भारत के आध्यात्मिक नेता श्री श्री रविशंकर ने हाल ही में सूरीनाम के रक्षा मंत्री बनने पर कृष्ण मथेरा को बधाई दी। पुलिसकर्मी से राजनेता बने मथुरा, प्रोग्रेसिव रिफॉर्म पार्टी (VHP) के हैं और सूरीनाम की नेशनल असेंबली के सदस्य हैं।
गठबंधन सरकार :
नेशनल डेमोक्रेटिक पार्टी (एनडीपी) ने 25 मई को हुए आम चुनावों में संसद में अपना बहुमत खो दिया। वीएचपी जनरल लिबरेशन एंड डेवलपमेंट पार्टी (एबीओपी) सत्तारूढ़ गठबंधन का हिस्सा है जिसमें द नेशनल पार्टी ऑफ सूरीनाम (एनपीएस) और पीरजजाह लुहुर (पीएल) भी शामिल हैं। गठबंधन संसद में 51 में से 33 सीटों पर सरकार का निर्णय होता है। गठबंधन सम्झौतेनन के हिस्से के रूप में, एबीओपी नेता रोनी ब्रंसविज्क को बिना किसी विरोध के उपाध्यक्ष के रूप में चुना गया था।
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Why Shivendra Tiwari is writing this piece?
Shivendra Tiwari is a student of journalism at the University of Delhi. Shivendra comes from a very remote village of Riwa situated in Madhya Pradesh. Shivendra’s knowledge about regional and rural politics defines his excellence over the subject. Apart from FD, he writes for ‘Academics 4 Namo’ and ‘Academics for Nation’ to express the clear picture of right-wing in the rural areas. Moreover, Tiwari Ji is from a science background and had scored more than 95% in his intermediate exams!