जौनपुर में मुस्लिमों ने हरिजन बस्ती में मचाया आतंक, कई घर-गाड़ी व मवेशी जल कर राख
जौनपुर: जौनपुर के गाँव भदेठी से दिल दहलाने वाली खबर सामने आ रही है। जौनपुर स्थित ग्राम भदेठी में मुस्लिम व हरिजन समुदाय में भीषड़ झड़प देखने को मिली है जिसमे गाँव को घेर कर एक समुदाय विशेष ने हरिजन बस्ती के लोगो के घरो में आग लगा दी व भारी तोड़फोड़ भी की। मिल रही सुचना के अनुसार मवेशियों को भी आग में जला कर मार डाला गया है।
मामले में अभी तक पुलिस ने मामूली विवाद पर दंगे भड़काने के आरोप में सपा नेता जावेद सिद्दकी समेत 35 लोगो को गिरफ्तार किया है।
आईजी विजय सिंह मीणा ने बातचीत में बताया कि मामले में 35 लोगो को अभी तक गिरफ्तार किया जा चूका है व जो लोग इसमें शामिल थे उन सब पर NSA के तहत कार्यवाई की जाएगी।
क्या था मामला
पुलिस के अनुसार गाँव में तालाब के किनारे एक पक्ष के बच्चे बैंस चरा रहे थे तो दूसरी ओर दूसरे पक्ष के लोग बकरी चरा रहे थे जिसके बाद छोटी सी बात पर दोनों पक्षों में कहासुनी हो गई थी।
मामले को पहले तो बातचीत के जरिये सुलझा लिया गया था। लेकिन उसके बाद अचानक मुस्लिम समुदाय के लोगो ने हरिजन बस्ती पर हमला कर दिया जिसमे कई लोगो के घर, गाडी व मवेशी जला दिए गए। घटना शाम 5.30 को शुरू हुई थी जिसके बाद सुचना मिलने के बाद पुलिस ने दबिश देकर 35 लोगो को गिरफ्तार किया है।
वहीं पुलिस ने कहा कि जिन लोगो के मकान जलाये गए है उन्हें मुआवजा व खाने पीने की व्यवस्था पुलिस द्वारा की जा रही है। साथ ही आरोपियों के खिलाफ NSA भी लगाया जायेगा।
हालाँकि सपा नेता अमीक जामेई ने इसे मुसलमानो पर एक तरफ़ा कार्यवाई बताया है। उन्होंने ट्वीट कर कहा “कप्तान जी आप कह रहे है दो समुदायों में मारपीट हुई, गिरफ्तारी एक समाज की,कोई खास वजह?पूरे गांव के दरवाज़े तोड़ कर पुलिसिया तांडव रचा गया,मेडिकल एड तक नहीं दिया गया,सीएम को खुश करने के लिए समाजवादी पार्टी के नेताओं वर्करों से बदला ले रहे हो, याद रखें सरकार आती जाती है”।
मामले पर चुप है दलित नेता
जौनपुर में घटी इतनी बड़ी घटना के बावजूद सभी दलित नेता मामले पर चुप्पी साधे हुए है। इन दलित नेताओ के चुप रहने के दो कारण गिनाये जा सकते है। एक इसमें कोई सवर्ण शामिल नहीं वहीं दूसरा, हमला मुसलमानो द्वारा किया गया है। खैर भाजपा का नेता भी इसमें न होने के कारण भीम आर्मी को यह मामला सूट नहीं करता है।
Donate to Falana DIkhana: यह न्यूज़ पोर्टल दिल्ली विश्विद्यालय के मीडिया छात्र अपनी ‘पॉकेट मनी’ से चला रहे है। जहां बड़े बड़े विश्विद्यालयों के छात्र वामपंथी विचारधारा के समर्थक बनते जा रहे है तो वही हमारा पोर्टल ‘राष्ट्रवाद’ को सशक्त करता है। वही दिल्ली विश्विद्यालय जैसे प्रतिष्ठित संस्थान में पढ़ रहे हमारे युवा एडिटर्स देश में घट रही असामाजिक ताकतों के खिलाफ लेख लिखने से पीछे नहीं हटते बस हमें आशा है तो आपके छोटे से सहयोग की। यदि आप भी हम छात्रों को मजबूती देना चाहते है तो कम से कम 1 रूपए का सहयोग अवश्य करे। Paytm, PhonePe, Bhim UPI, Jio Money, व अन्य किसी वॉलेट से से डोनेट करने के लिए PAY NOW को दबाने के बाद अमाउंट व मोबाइल नंबर डाले फिर ‘Other’ में जाकर वॉलेट ऑप्शन चूज करे। सादर धन्यवाद, ‘जयतु भारतम’
Why Harsh Meena is writing this piece?
Harsh Meena is a student of journalism at the University of Delhi. He reads and writes Dalit politics for exposing the venom spread by the so-called Dalit organizations. Besides, he is known for being vocal about the forceful conversions of the Hindu Dalits. Fun Fact, Dalit organizations hate him for exposing their nexus with Jay Meem!