दुराचार

‘जय भीम’ पर रोक लगाने वाले उज्जैन SP पर होगी SC/ST एक्ट के तहत कार्यवाई, राज्य आयोग ने दिया आदेश !

सफाई में एसपी साहब बोले "मै बाबा साहब आंबेडकर का सम्मान करता हु, मुझे बदनाम करने का है षड्यंत्र"

भोपाल: बीते दिनों वायर लैस सेट से जय भीम बोलने पर कार्यवाई की बात करने वाले उज्जैन के एसपी मनोज कुमार सिंह पर अब गाज गिरनी तय मानी जा रही है।

दलित संगठनो द्वारा दबाव बनाने के बाद अब इस रेस में राज्य का अनुसूचित जाति आयोग भी कूद पड़ा है। आयोग की ओर से जारी किये गए एक पत्र में उज्जैन एसपी पर कार्यवाई करने की बात कही गयी है।

बता दे कि आयोग पुलिस अफसर पर एससी एसटी एक्ट व अनुच्छेद 19 कि खिलाफर्जी करने के सम्बद्ध में कार्यवाई चाहता है। यानी कि एसपी साहब भी अब अनुसूचित जाति व जनजाति एक्ट में धरे जा सकते है।

हमारी पिछली छपी रिपोर्ट में हमने बताया था कि आखिर क्यों पुलिस अधीक्षक मनोज सिंह ने जय भीम बोलने पर रोक लगाई थी।

दरअसल बीते दिनों से उन्हें शिकायते मिल रही थी कि जय भीम के कारण पुलिस महकमे में गुटबाजी शुरू हो गई है। उसी गुटबाजी को ख़त्म करने के मकसद से एसपी मनोज कुमार ने यह आदेश सुनाया था। वहीं आयोग ने सात दिन के भीतर कार्यवाई उनपर करने की मांग की है।

जातिगत नीतियों का विरोध करने वाले आजाद सेना के अध्यक्ष अभिषेक आज़ाद ने इस फैसले के विरोध में अपना विरोध जताते हुए ट्वीटर पर लिखा कि “मेरे लिये जय भीम से पहले जय हिंद है और आपके लिये ? उज्जैन के SP साहब पर भी कार्यवाही। मौन रहो आपका नंबर भी आने वाले हो “l

वही भीम आर्मी के एक नेता ने वीडियो सन्देश जारी कर एससपी को धमकी दी है। इस नेता का नाम सतपाल तंवर बताया जा रहा है जोकि एसपी को धमकी देते हुए कह रहा है कि “आप बहुत बन्दर की तरह उछल रहे है, हम भीम आर्मी वाले नक्शा पलटना जानते है।”

जात के आधार पर बने ऐसे संगठन आये दिन धमकिया जारी करते रहते है व फर्जी एससी एसटी एक्ट की टोकरियों से समाज में द्वेष पैदा करते है।

अगर इस प्रकरण पर एसपी साहब पर कार्यवाई होती है तो इससे साफ़ सन्देश जायेगा कि किस प्रकार फर्जी एससी एसटी एक्ट की दूकान से यह एक्ट थोक के दाम थोप दिया जाता है। ज्ञात होकि इससे पहले भी राजस्थान व छत्तीसगढ़ के आयोग एसपी पर कार्यवाई की मांग कर चुके है।


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Why Harsh Meena is writing this piece?
Harsh Meena is a student of journalism at the University of Delhi. He reads and writes Dalit politics for exposing the venom spread by the so-called Dalit organizations. Besides, he is known for being vocal about the forceful conversions of the Hindu Dalits. Fun Fact, Dalit organizations hate him for exposing their nexus with Jay Meem!

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