राममंदिर के लिए अपनी वृद्धावस्था पेंशन दान करने के बाद वृद्धा ने त्याग दिए प्राण, बेटे ने फोन कर बुलाया था
विदिशा: अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए श्री राम मंदिर निधि समर्पण अभियान पूरे देश में चलाया जा रहा है। अभियान के तहत हर वर्ग के लोग भगवान के मंदिर के लिए क्षमता अनुसार दान कर रहे हैं।
वहीं मध्य प्रदेश के विदिशा से इसी अभियान के दौरान अद्भुत संयोग वाला मामला सामने आया है। दरअसल विदिशा जिले के मंडीबामोरा क्षेत्र के अंतर्गत दतेरा गांव निवासी राकेश आचार्य की माता शांति देवी आचार्य दान देने के कुछ घण्टों बाद ही स्वर्गवासी हो गईं।
85 वर्षीय शांति देवी ने मंदिर के लिए अपनी वृद्धावस्था पेंशन में से 2100 रुपए दान करने के कुछ ही घंटे बाद प्राण त्याग दिए। सिहोरा में निर्माण निधि समर्पण अभियान के प्रमुख मृगेंद्र सिंह ने बताया कि सुबह 9:00 बजे राकेश शर्मा ने राकेश सूर्यवंशी जी से कहा कि माताजी को मंदिर के लिए दान देना है तो राकेश सूर्यवंशी ने कहा कि अभियान टोली आपके घर आएगी।
इसके बाद टोली का एकत्रीकरण किरावली गांव जाने के लिए सेंट्रल बैंक के सामने हो रहा था तभी राकेश आचार्य ने टोली से आग्रह किया कि माताजी दान देना चाहती हैं, आप सब लोग अभी घर चलें।
टोली जब घर गई तो माताजी ने शांत भाव से टोली की ओर देखा टोली ने कूपन एवं फोल्डर माता जी को सौंपा, माताजी ने प्रसन्न चित्त मुद्रा में दान राशि निधि प्रमुख को दी। टोली के वापस जाने के 2 घंटे बाद माताजी ने अंतिम सांस ली।
वहीं प्रत्यक्षदर्शियों ने कहा कि माता जी भगवान श्री राम के मंदिर निर्माण के लिए दान देने के लिए ही अपनी सांसें रोक रखी थीं।