SC-ST एक्ट का दुरूपयोग: नाबालिग राजपूत बच्चों पर दबंगो ने फावड़े से किया जानलेवा हमला, कोमा में भर्ती
प्रतापगढ़: उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ जिले के संग्रामगढ़ थानाक्षेत्र के अंतर्गत आने वाली ग्राम पंचायत नौढ़िया से दिल दहला देने वाली घटना सामने आयी है। जहाँ कुछ दबंगो ने एक नाबालिग राजपूत बच्चे पर जानलेवा हमलाकर उसे कोमा में पहुंचा दिया। जानलेवा हमले में घायल भारतीय सेना के सैनिक अजय सिंह का 15 वर्षीय पुत्र पुष्पेंद्र सिंह लखनऊ के कमांड हॉस्पिटल में गंभीर हालत में कोमा में भर्ती है।
घटना शनिवार 5 जून की है। शाम लगभग 6 बजे सैनिक अजय सिंह के दो नाबालिग बेटे पुष्पेंद्र सिंह और भूपेंद्र सिंह दवा लेकर साइकिल से घर जा रहे थे। गांव से कुछ दूर रास्ते में ही कुछ किशोरों ने पत्थर मारा और वह पत्थर पुष्पेंद्र की आँख के नीचे जाकर लगा। बात को न बढ़ाते हुए दोनों भाई साइकिल से घर चले गए। घर जाकर पुष्पेंद्र और भूपेंद्र ने पत्थर मारने की घटना भाई पंकज से बताई तो वे तीनों साथ में आरोपी के घर उलाहना देने चले गए।
उलाहना देने पहुंचे पुष्पेंद्र और भूपेंद्र पर पहले से ही एकत्र सचिन कुमार, अजय सरोज, सुरेश कुमार, शुभम, देशराज समेत अन्य कई लोगों ने मिलकर गाली देते हुए धारदार हथियारों और लाठी डंडों से जानलेवा हमला कर दिया। शोर शराबा सुनकर बीच-बचाव करने आये तीन अन्य लोगों पर भी आरोपियों ने जान से मारने की नीयत से हमला कर दिया। इसी बीच सुरेश कुमार ने पुष्पेंद्र के ऊपर पीछे से आकर सिर पर फावड़े से हमला कर दिया। हमले से घायल पुष्पेंद्र मौके पर ही बेहोश होकर गिर गया।
हमले में दो अन्य लोगों को भी गंभीर छोटे आई तथा बीच-बचाव करने आयी एक किशोरी के हाथ में फैक्चर हो गया। बच्चों पर जानलेवा हमला देख जब आसपास के लोग इकठ्ठा होने लगे तो हमलावर जान से मारने की धमकी देते हुए वहां से भाग निकले।
भारतीय सेना में सैनिक हैं पीड़ित का पिता
पीड़ित पुष्पेंद्र और भूपेंद्र के पिता अजय सिंह भारतीय सेना में सैनिक हैं। उनके दोनों बेटे भी गाँव से दूर रहकर पढाई करते हैं। बढ़ते कोरोना मामलों के बीच लगे लॉकडाउन में दोनों गाँव आये हुए थे। देश की रक्षा में सेवा दे रहे अजय ने हमें बताया कि वह आज अपने परिवार की ही रक्षा कर पाने में असमर्थ है।
SC-ST एक्ट और पोक्सो एक्ट में फंसाने की दे रहे हैं धमकी
आरोपी परिवार द्वारा कोमा में जिंदगी और मौत के बीच जंग लड़ रहे पुष्पेंद्र सिंह को SC-ST एक्ट और पोक्सो एक्ट में फंसाने की धमकी दी जा रही है। आरोपी परिवार नाबालिग बच्चों पर SC-ST एक्ट और पोक्सो एक्ट का झूठा मुकदमा दर्ज़ करने के लिए थाने पर दबाव बना रहा है। पीड़ित परिवार ने बताया कि कुछ दिनों पहले गाँव में ऐसे ही एक मामले में SC-ST एक्ट के तहत उन लोगों पर मुकदमा लिखा गया था जो मौके पर मौजूद ही नहीं थे। लोगों का मानना है कि पिछले कुछ दिनों में इलाके में SC-ST एक्ट के दुरुपयोग के कई मामले सामने आये हैं।
कथित भीम आर्मी जिलाध्यक्ष का वीडियो हो रहा है वायरल
घटना के बाद सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। जिसमे सफ़ेद पैंट, सफ़ेद शर्ट पहने एक व्यक्ति एक किशोरी से पूछता है उसके साथ क्या हुआ। किशोरी कुछ नहीं बता पाती ऐसा लगता है जैसे उसे कुछ सिखाया गया था और वह भूल गयी। उसके बाद कथित भीम आर्मी नेता उसकी माँ से बात करता है और कहता है यदि न्याय नहीं मिला तो भीम आर्मी कानून अपने हाथ में ले लेगी। जिसके बाद वह तीखे लहजे में शासन और प्रशासन को धमकी देता है।
4 आरोपी गिरफ्तार 14 फरार
मामले को संज्ञान में लेते हुए सीओ के आदेशानुसार विभिन्न धाराओं में प्राथमिकी दर्ज़ कर ली गयी है। पीड़ित परिवार की सुरक्षा और शांति कायम करने के लिए इलाके में पुलिस बल तैनात किया गया है। अब तक पुलिस ने 4 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है जबकि अन्य 14 आरोपी फरार चल रहें हैं। जिनकी गिरफ़्तारी की कोशिशें जारी हैं। जिस फावड़े से पुष्पेंद्र पर हमला किया गया था पुलिस ने घटनास्थल से उसे अपने कब्जे में ले लिया है।