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2021 जन गणना: दलितों को बौद्ध धर्म कॉलम में शामिल करने का भेजा जायेगा प्रस्ताव, चलाएंगे जनआंदोलन

नई दिल्ली: 2021 में होने जा रही अगली जन गणना में दलितों को बुद्धिज़्म धर्म के कॉलम में शामिल करने का सुझाव दलित बुद्धिजियो ने दिया है। बीते दिनों कनाडा स्थित जानी मानी अंतर्राष्ट्रीय संस्था आंबेडकराइट इंटरनेशनल को-ऑर्डिनेशन सोसाइटी ने एक मीटिंग के दौरान यह सुझाव दिया है।

सुझाव को संस्था सोशल मीडिया प्लेटफार्म से प्रचारित करने जा रही है जिससे दलितों में इसे लेकर जागरूकता भी बढे। बीते रविवार को हुई इस मीटिंग में “2021 जन गणना का दलितों के लिए महत्तव” के थीम के साथ इस चर्चा को शुरू किया गया जिसमे देश विदेश से बड़े बड़े स्कॉलर्स व बुद्धिजीवियों ने हिस्सा लिया।

सगठन के अनुसार दलितों पर बीते सालों में होने वाली हिंसाओं में इजाफा देखने को मिला है जिसके कारण अब दलितों को बुद्ध धर्म के तौर पर खुद को चिन्हित करना चाहिए।

इसी दौरान मीटिंग में अपनी बात रखते हुए दलित स्कॉलर Dr. G. C. कॉल ने कहा कि 21 साल दलितों की हालत देखने के बाद आंबेडकर ने नया धर्म नहीं बनाया बल्कि पहले से स्थापित बौद्ध धर्म को चुना जो समानता की बाते करता है।

वहीं संगठन की फ़ॉउंडिंग मेंबर रही चंचल ने कहा कि क्यूंकि दलितों को अलग से कॉलम नहीं मिलता है तो वह अपने फॉर्म में बौद्ध धर्म के खाने को चुने।

आगे संगठन इस सुझाव को सरकार को भेजेगा व लोगो के बीच में जागरूकता अभियान भी चलाएगा। आपको बता दे कि यह संगठन कई हज़ारो दलितों के धर्म परिवर्तन के लिए जिम्मेदार रह चूका है जो आये दिन दलितों को बौद्ध धर्म अपनाने को प्रेरित करता आया है।

संगठन के इस नए पैतरे से आने वाली जन गणना पर व्यापक असर पड़ना तय माना जा रहा है।

दलितों को ब्रेन वाश करने वालों से बचाना एक समस्या
दलित संगठनों द्वारा लगातार किये जा रहे ब्रैनवाशी अभियान से धरातल पर कई दलित बौद्ध धर्म की ओर मुड़ रहे है। ऐसे में अगर बड़े स्तर पर ऐसा अभियान चलाया जायेगा तो इसका व्यापक असर पड़ना तय है। कोई भी व्यक्ति या संस्था इस सच्चाई से मुँह नहीं मोड़ सकता है।

ऐसे में समाज के विभिन्न संगठनों को आकर अपनी तरफ से चलन में आ चुके इस नव बौद्धिस्म पर लगाम लगानी चाहिए। नहीं तो हम सिर्फ खबर लिखते रह जायेंगे और आप पढ़ते !


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Why Harsh Meena is writing this piece?
Harsh Meena is a student of journalism at the University of Delhi. He reads and writes Dalit politics for exposing the venom spread by the so-called Dalit organizations. Besides, he is known for being vocal about the forceful conversions of the Hindu Dalits. Fun Fact, Dalit organizations hate him for exposing their nexus with Jay Meem!

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