लेडी सिंघम के नाम से पहचाने जाने वाली दबंग अफसर ने SC-ST एक्ट दर्ज होने पर किया सुसाइड, कहा “बहुत सहा अब थक गई हूँ”
अमरावती: लेडी सिंघम के नाम से पहचाने जाने वाली फॉरेस्ट रेंज अफसर दीपाली चव्हाण ने एससी एसटी एक्ट के मामले में खुद को फसाये जाने पर गोली मारकर आत्महत्या कर ली है। FRO दीपाली ने सुसाइड करने से पहले अपने पति के नाम एक भावुक पत्र भी लिखा है जिसमे उसने अपनी मौत का जिम्मेदार सीनियर अफसर विनोद शिवकुमार को बताया है। दीपाली के मुताबिक विनोद शिवकुमार उसे बीते कई महीनो से परेशान कर रहा था। इसी दौरान उसने दीपाली को एससी एसटी एक्ट में फ़साने के लिए धमकाया था जिसकी ऑडियो भी हमारी टीम को प्राप्त हुई है। ऑडियो में विनोद शिवकुमार FRO दीपाली को धमकाते हुए उनपर हरिजन एक्ट लगाने की बाते कह कर धमका रहा है। ऑडियो में विनोद दीपाली को बोल रहा है कि मै तुम्हे दिखाता हूँ एट्रोसिटी एक्ट क्या होता है। जिसके बाद परेशान होकर दीपाली ने अपने सरकारी आवास पर खुद को गोली मारकर अपनी जान दे दी। पुलिस के अनुसार उन्होंने दीपाली के लिखे हुए तीन पत्रों को अपने कब्जे में लिया है।
दीपाली हरिसाल फारेस्ट रेंज में तैनात थी जिन्हे अक्सर लेडी सिंघम के नाम से जाना जाता था।
पति को लिखा भावुक पत्र, कहा मुझे झूठे केस में फसाया
दीपाली द्वारा पति को लिखा गया पत्र….
बहुत दर्द होता है। मुझे तुम्हारी याद आती है अब मैं जीकर क्या करुँगी। कल रात आपने मुझे बहुत शांत किया। मैंने आपको सब कुछ बताया। आप मुझे चुप रहने के लिए कहें, मैं चुप रहती हूं, लेकिन जानू मुझसे बर्दाश्त नहीं होता। आप हमेशा कहते हैं कि मेरी हार्ड डिस्क भरी हुई है। सचमुच भर गई, मेरे सीनियर ने मुझे पागल कर दिया। किसी ने भी मेरा उतना अपमान नहीं किया जितना शिवकुमार साहब करते हैं।
मैंने बहुत सहा है लेकिन अब मेरी सीमा वास्तव में खत्म हो गई है। इसका कोई हल हो सकता है, मैं छुट्टी ले सकती हूं, लेकिन छुट्टी मंजूर नहीं होती। मैं आपसे बात करना चाहती थी, मैं आपके घर आने का इंतजार कर रही थी। आज मेरी माँ भी गाँव गई थी, घर पर कोई नहीं है, घर मुझे खाने को दौड़ रहा है। मैं यह कदम उठा रही हूँ, मुझे क्षमा करें। आप दुनिया के सबसे अच्छे पति हैं। आप मुझे बहुत प्यार करते हैं, मैं मानसिक रूप से पीड़ित हूं, इसलिए आप मेरे साथ आते हैं और रहते हैं, लेकिन रेड्डी को सब कुछ बताने के बाद भी, पीड़ा समाप्त नहीं हुई है, मैं उनसे बहुत पीड़ित हूं।
मैंने उनके व्यवहार के बारे में कभी शिकायत नहीं की क्योंकि मुझे उनके अधीन काम करना था। आप चाहते हैं कि मैं आपसे बहुत बड़े पद पर जाऊं, आप ऐसा करने की कोशिश कर रहे हैं। लेकिन मैं इतने झूठे मामलों में फंसी हूं, कि मैं बाहर नहीं निकल सकती। मनीषा उइके अपने जीवन में कभी खुश नहीं रहेंगी। उसने मेरी जिंदगी बर्बाद कर दी।
जाने दो, तुम अपना ख्याल रखना। हमेशा की तरह बहुत अधिक व्यायाम करें। मेरी तरह आलसी मत बनो। मां और नितेश का ख्याल रखना, तुम सबका ख्याल रखने वाले हो, मुझे माफ कर देना। मैंने अपना बच्चा खो दिया। आपका परिवार अभी पूरा नहीं हुआ था। मुझे क्षमा करें, मैं शादी में आपके साथ किए गए सभी वादों को छोड़ रही हूं। दुनिया देख रही है। मुझे माफ कर दो अगर मैंने कभी तुम्हें चोट पहुंचाई। आप शादी करने के लिए अभी बूढ़े नहीं हुए हैं। आपको पुनर्विवाह करना चाहिए, लेकिन एक कामकाजी पत्नी से नहीं, अन्यथा वह आपको मेरी तरह समय नहीं दे सकेगी। मैं हमेशा कहती हूं कि तुम मुझे छोड़ना नहीं चाहते लेकिन आज मैं तुम्हें छोड़ रही हूं।
विनोद शिवकुमार वन रेंजर गुगामल वन्यजीव विभाग को मेरी आत्महत्या के लिए जिम्मेदार ठहराया जाना चाहिए। मैं मानसिक पीड़ा से मर रही हूं। मेरी बैंक पासबुक के गहने अलमारी में हैं, मैं अपनी मां को सब कुछ दूंगी, अपना मंगलसूत्र और मेरे हार को स्मृति चिन्ह के रूप में रखना । मेरी मां को सुरक्षित घर ले आओ, मैं नितेश की शादी में नहीं नाचूंगी, लेकिन मेरा आशीर्वाद हमेशा उनके साथ रहेगा। माँ क्षमा करें, अगर मैंने कभी कोई गलती की है, जिसने जीवन में हमारी दुनिया को अधूरा छोड़ दिया है, लेकिन अगले जीवन में हम नए सिरे से शुरुआत करेंगे। मैं आपसे प्यार करती हूं, मैं आपकी बाहों में रहना चाहती था हमेशा के लिए, आज सुबह आपकी और मेरी मुलाकात नहीं हुई, मुझे क्षमा करें, मैं आपको छोड़कर जा रही हूं, आपने मेरे लिए सब कुछ सहन किया है, लेकिन मैं क्या करू मेरा दिमाग फट रहा है इसलिए मैं यह निर्णय ले रही हूं;
विनोद शिवकुमार को किया गया गिरफ्तार
दीपिका चव्हाण के सुसाइड मामले में आरोपी विनोद शिवकुमार को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। दीपाली जैसी निर्भीक अफसर के एससी एसटी एक्ट के मामले में फसाये जाने से सुसाइड करने कि घटना ने सबको झकझोर दिया है।