तांडव पर डिबेट में कपिल मिश्रा ने पूछा: हवस का मौलाना क्यों नहीं होता, हवस का पुजारी क्यों होता है
नई दिल्ली: 15 जनवरी को ओटीटी प्लेटफार्म पर रिलीज हुई सैफ अली खान की वेब सीरीज पर हिंदू विरोधी सामग्री प्रसारित करने के आरोप लगे हैं।
देशभर में ओटीटी प्लेटफार्म के नियमन के लिए बहस भी जोरों पर है। ऐसी ही एक बहस न्यूज 18 ने भी की। जिसमें तांडव फ़िल्म का पुरजोर विरोध करने वाले भाजपा नेता कपिल मिश्रा ने लगातार ऐसी फिल्में प्रसारित होने पर कलाकारों की मंशा पर भी सवाल दागे। उन्होंने साफ किया कि वेब सीरीज़ को रेग्युलेट करने का समय आ गया है।
कपिल मिश्रा ने आगे कहा कि ‘तांडव’ में खुलेआम दलितों का अपमान किया गया है। हवस का मौलाना क्यों नहीं होता, हवस का पुजारी क्यों होता है।
कलाकारों को भेजा नोटिस:
इससे पहले कपिल मिश्रा ने सीरीज़ को देश विरोधी और धर्म विरोधी करार देते हुए इसे बैन करने की मांग की। तांडव को तुरंत अपने मंच से हटाने या आपराधिक कार्यवाही का सामना करने के लिए भाजपा नेता कपिल मिश्रा ने अमेजन को अधिवक्ता युक्ति राठी द्वारा नोटिस भी जारी किया।
फ़िल्म के निर्देशक अली अब्बास जफर को एक जवाब में कपिल मिश्रा ने कहा कि कभी अपने मजहब पर मूवी बनाकर माफी माँगिये। सारी अभिव्यक्ति की आज़ादी हमारे ही धर्म के साथ क्यों? कभी अपने एकमात्र ईष्ट का भद्दा मजाक उड़ाकर भी शर्मिंदा होइए,आपके अपराधों का हिसाब भारत का कानून करेगा। जहरीला कंटेट वापस लीजिये, तांडव को हटाना ही पड़ेगा।
क्या है विवादित हिस्सा:
दरअसल, वेब सीरीज के पहले ही एपिसोड में सीरीज के कलाकार जीशान अय्यूब भगवान शिव के वेश में दिखाई दे रहे हैं और इसी वेशभूषा में वह एक यूनिवर्सिटी में छात्रों को संबोधन में कह रहे हैं कि ‘आपको किससे आजादी चाहिए।’ जीशान के आते ही मंच संचालक कहता है- ‘नारायण-नारायण, प्रभु कुछ करिए। रामजी के फॉलोअर्स सोशल मीडिया पर लगातार बढ़ते जा रहे हैं. मुझे लगता है हमें कोई नई स्ट्रेटजी बनानी चाहिए।’
इस पर भगवान शिव के रूप में नजर आ रहे जीशान अय्यूब कहते हैं, ‘क्या करूं तस्वीर बदल दूं क्या?’ जिसके जवाब में मंच संचालक कहता है ‘भोलेनाथ आप तो बहुत ही भोले हैं।’