दुराचार

ट्विटर पर डिलीट होने के बाद दिलीप मंडल की बकैती FB पर शुरू, कहा सवर्णो के अपराध पर कॉलेज में कोर्स चलाये सरकार

नई दिल्ली: ट्विटर पर लगातार अभद्रता व एक वर्ग विशेष के लिए अपमान परोसने के सम्बन्ध में अपना अकाउंट सस्पेंड करा बैठने वाले दलित एक्टिविस्ट व पत्रकार दिलीप मंडल अब फेसबुक पर बकैती करने लग गए है।

हर घटना में मिश्रा, शर्मा, दुबे, ठाकुर व बनिया ढूढ़ने में पीएचडी करने वाले दिलीप मंडल ने फेसबुक पर एक विवादित पोस्ट कर डाली है। दरअसल विकास दुबे की घटना के बाद से दलित नेता व जय भीम जय मीम गैंग अपना दाना पानी लेकर सवर्णो को नीचा व आतंकवादी बताने में जुट गया है।

इसी कड़ी को जोड़ते हुए दलित पत्रकार व सामाजिक ताने बाने को खूटी पर टांगने वाले दिलीप मंडल ने कहा कि सवर्ण जातियों के अपराधीकरण का समाजशास्त्रीय अध्ययन होना चाहिए। इनके अनुसार अगर 100 मोस्ट वांटेड डॉन की लिस्ट बनाई जाएगी तो उसमे सभी हिंदू सवर्ण कटेगरी के लोग मिलेंगे।

मंडल के मुताबिक लंबे समय से जारी सवर्ण तुष्टीकरण से सवर्ण समाज का एक हिस्सा बेलगाम हो गया है। इन्हे लगता है कि वे कुछ भी करके बच जाएँगे। सवर्णों के बीच क़ानून का इक़बाल ख़त्म हो चुका है।

आगे मंडल लिखते है कि हर शहर में आपको विकास दुबे मिल जाएँगे। ये स्थायी अपराधी नहीं होते। अक्सर अपने बच्चों को अपराध से दूर महानगरों या विदेशों में पढ़ाते हैं।

दिलीप मंडल का ब्राह्मणो को लेकर जहर उगलना यही तक सिमित नहीं रहा है बल्कि इन्होने कॉलेज यूनिवर्सिटी लेवल पर सवर्णो के आपराधिकरण को अलग से पढ़ाने की मांग उठा डाली है।

ऐसे में दिलीप मंडल पर दसियों रिपोर्ट में हम दिखा चुके है कि इस दलित एक्टिविस्ट के दिमाग में किस हद तक एक तबके को लेकर जहर भरा हुआ है।

वहीं इनके समर्थक भी इन्ही की धुन में पागल है जो सवर्णो को नाजी के गैस चैम्बर में भर कर मारने को उत्साहित है। ऐसे नेता सवर्णो व दलितों को आपस में लड़वाकर अपनी रोटी सेंकते है।

विवादित पोस्ट लिखने के कारण इन्हे बड़े बड़े मीडिया संस्थान आर्टिकल लिखने के लिए मोटा पैसा देते है जिससे इनका मनोबल भी सातवें आसमान पर चला जाता है।

दरअसल दिलीप मंडल जैसे दलित चिंतक सवर्णो की एथनिक क्लींजिंग कर उनका नाम, निशान व आधार मिटा देना चाहते है। ऐसे नेताओं की जगह सोशल मीडिया नहीं असल मायनो में जेल ही है।


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Why Harsh Meena is writing this piece?
Harsh Meena is a student of journalism at the University of Delhi. He reads and writes Dalit politics for exposing the venom spread by the so-called Dalit organizations. Besides, he is known for being vocal about the forceful conversions of the Hindu Dalits. Fun Fact, Dalit organizations hate him for exposing their nexus with Jay Meem!

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