दुराचार

दलित युवक द्वारा मूछों को ताव देने पर हत्या करने के आरोप में एक दलित व ओबीसी सहित 5 युवक गिरफ्तार

श्री गंगानगर: राजस्थान के श्री गंगानगर में दलित युवक की मूछों को लेकर गोली मारकर की गयी हत्या पर सोशल मीडिया पर बढ़ रहे भ्रम को लेकर आज हमने पुरे घटना पर एक रिपोर्ट तैयार करी है।

कई दलित संगठनों व नेताओ द्वारा यह दावा किया जा रहा कि जातिवाद के चलते ऊँची जाति के लोगो ने दलित युवक को मूंछ पर ताव देने भर से गोलियों से भून दिया गया। जिसके बाद उन्होंने मूछों को ताव देते हुए सोशल मीडिया पर इसको लेकर फोटो डालने का ट्रेंड शुरू कर दिया।


मामले पर जब हमने जानकारी हासिल करी तो पाया कि इलाके में दो गुट सक्रिय थे जिनमे सभी वर्ग के युवा है। दोनों गुटों में अपने वर्चस्व को लेकर आये दिन छुटपुट झड़पे होती रहती थी। जिसके बाद एक गुट द्वारा मूछों को लेकर टिप्पणी करने पर दूसरा गुट भड़क गया था।

वहीं उसी क्रम में मृतक प्रदीप कुमार के चाचा के साथ उसी गुट के कुछ युवको द्वारा हाथापाई की घटना भी हुई थी जिसपर फ़ोन पर प्रदीप कुमार ने ललकारते हुए घटना वाली रात नौ बजे खाटलबाना गाँव के पास लक्ष्मीनारायण पुल के नीचे आरोपियों को बुलाया था।

पुल पर मृतक के पहुंचने से पहले ही दूसरे गुट के युवक पहुंचे हुए थे। जिसपर मृतक प्रदीप के पहुंचने पर नरेंद्र गोदारा पुत्र कृष्ण गोदारा द्वारा मृतक प्रदीप कुमार के सर पर गोली मार दी गयी। जहां से युवक को साथी सतीश व संदीप बाइक पर जिला अस्पताल ले गए जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गयी थी।

गोली मारने के आरोपों में पुलिस ने गुट के नरेंद्र गोदारा, नरेश उर्फ़ गुरी नायक, कपिल चौहान, पवन चौहान व भानु को गिरफ्तार कर लिया है।

अधिक जानकारी जुटाने पर हमने पाया कि गाँव में दो गुट सक्रिय है जोकि फतूही व 500 LNP प्रथम में रहने वाले लड़को के द्वारा बनाये गए थे।

ये सभी अपनी ताकत बढ़ाने को लेकर आये दिन एक दूसरे गुट को नीचा दिखाने का प्रयास करते रहते है। वहीं इस बार इनका झगड़ा मूछों को लेकर हो गया था। जिसके बाद यह घटना सामने आई।


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Why Harsh Meena is writing this piece?
Harsh Meena is a student of journalism at the University of Delhi. He reads and writes Dalit politics for exposing the venom spread by the so-called Dalit organizations. Besides, he is known for being vocal about the forceful conversions of the Hindu Dalits. Fun Fact, Dalit organizations hate him for exposing their nexus with Jay Meem

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