US कंपनियों में चोरी करता मिला चीनी प्रोफेसर, चीनी यूनिवर्सिटी के लिए करता था जासूसी !
वाशिंगटन (US) : चीनी प्रोफेसर नें अमेरिका में अपने देश की नककटी करा दी है जिसके लिए वो दशकों के लिए जेल जाने वाला है।
अमेरिका में चीनियों को और शर्मिंदा करने वाली घटना हुई है। दरअसल चीनी प्रोफेसर पर अमरीकी न्याय विभाग नें जासूसी करने का आरोप लगाया है।
अमेरिकी न्याय विभाग ने चीनी प्रोफेसर हांग हाओ को दोषी ठहराते हुए घोषणा की कि झांग नें दो अमेरिकी तकनीकी कंपनियों के व्यापार रहस्यों को चुराया और चीन की तिआनजिन यूनिवर्सिटी (TJU) को गलत तरीके से फायदा पहुंचाया।
न्याय विभाग के अनुसार, दो अमेरिकी कंपनियां, कैलिफोर्निया के एवागो और मैसाचुसेट्स स्थित स्काईवर्क्स से चीनी प्रोफेसर नें व्यापार रहस्य चुराए हैं। इस प्रोफेसर नें चीनी कम्युनिस्ट पार्टी CCP व चीनी सेना PLA के मोबाइल फोन सिग्नल फिल्टर करने की तकनीक भी चुराई।
हांग ने इन दोनों कंपनियों के स्वामित्व वाली FBR तकनीक को निशाना बनाया। 2006 में वापस, झांग ने उसी समय अवागो के लिए काम करते हुए चीन में एक व्यवसाय शुरू किया; उनके साथी, पंग वेई, स्काईवर्क्स के लिए काम करते थे। बाद में दोनों टीजेयू में प्राध्यापक बन गए और एक अन्य कंपनी नोवाना का निर्माण किया।
2009 में, उन्होंने यू.एस. संस्थाओं से चोरी की गई महत्वपूर्ण जानकारी का उपयोग किया। झांग ने अधिग्रहित व्यापार रहस्यों को भी पेटेंट कराया और अपने नए एफबीएआर व्यवसाय को एक प्रयोगशाला में विकसित किया जिसे उन्होंने टीजेयू में स्थापित किया।
16 मई, 2015 को, झांग को लॉस एंजिल्स में हवाई अड्डे पर अंतरराष्ट्रीय माइक्रोवेव संगोष्ठी के लिए फीनिक्स, एरिज़ोना में यात्रा के दौरान गिरफ्तार किया गया था।”
A Chinese professor was found guilty of trade-secret theft and economic espionage, the latest conviction in the Trump administration’s pursuit of Chinese scientists and engineers https://t.co/jCMZ440jFy
— Bloomberg Next China (@next_china) June 26, 2020
हांग वर्तमान में $ 500,000 के सुरक्षित बांड पर रिहा किया गया है, और उसकी सजा की सुनवाई 31 अगस्त, 2020 के लिए निर्धारित है। आर्थिक जासूसी के लिए उसे 15 साल तक की जेल और 10 साल तक व्यापार रहस्य की चोरी का सामना करना पड़ेगा।
Donate to Falana DIkhana: यह न्यूज़ पोर्टल दिल्ली विश्विद्यालय के मीडिया छात्र अपनी ‘पॉकेट मनी’ से चला रहे है। जहां बड़े बड़े विश्विद्यालयों के छात्र वामपंथी विचारधारा के समर्थक बनते जा रहे है तो वही हमारा पोर्टल ‘राष्ट्रवाद’ को सशक्त करता है। वही दिल्ली विश्विद्यालय जैसे प्रतिष्ठित संस्थान में पढ़ रहे हमारे युवा एडिटर्स देश में घट रही असामाजिक ताकतों के खिलाफ लेख लिखने से पीछे नहीं हटते बस हमें आशा है तो आपके छोटे से सहयोग की। यदि आप भी हम छात्रों को मजबूती देना चाहते है तो कम से कम 1 रूपए का सहयोग अवश्य करे। Paytm, PhonePe, Bhim UPI, Jio Money, व अन्य किसी वॉलेट से से डोनेट करने के लिए PAY NOW को दबाने के बाद अमाउंट व मोबाइल नंबर डाले फिर ‘Other’ में जाकर वॉलेट ऑप्शन चूज करे। सादर धन्यवाद, ‘जयतु भारतम’
Why Shivendra Tiwari is writing this piece?
Shivendra Tiwari is a student of journalism at the University of Delhi. Shivendra comes from a very remote village of Riwa situated in Madhya Pradesh. Shivendra’s knowledge about regional and rural politics defines his excellence over the subject. Apart from FD, he writes for ‘Academics 4 Namo’ and ‘Academics for Nation’ to express the clear picture of right-wing in the rural areas. Moreover, Tiwari Ji is from a science background and had scored more than 95% in his intermediate exams!