‘मनुवादी भेड़ियों को इतना मारेंगे कि छिपने की जगह भी नहीं मिलेगी’ : चंद्रेशखर ‘रावण’
भीम आर्मी संस्थापक चंद्र शेखर आज़ाद ने BHU में पढ़ने वाले दलित छात्र चन्दन सागर के एक पत्र को टैग करते हुए बेहद आपत्तिजनक शब्दों का इस्तेमाल करते हुए सवर्णो को मनुवादी भेड़िया कह डाला
वाराणसी: भीम आर्मी संस्थापक चंद्र शेखर आज़ाद ने एक बार फिर से जातिवाद की खायी को गहरा करने का कार्य किया है। दलित नेता के रूप में उभरने की जद्दोजहत में लगे चंद्रशेखर आज़ाद ने एक बार फिर अपने ट्वीटर अकाउंट से उच्च जाति व पिछड़ों के बीच में मनमुटाव की स्थिति पैदा की है।
दरअसल BHU में पढ़ने वाले दलित छात्र चन्दन सागर के एक पत्र को टैग करते हुए भीम आर्मी संस्थापक ने बेहद आपत्तिजनक शब्दों का इस्तेमाल करते हुए सवर्णो को मनुवादी भेड़िया कह डाला।
उन्होंने लिखा कि “ये पत्र छोटे भाई चंदन सागर ने मुझे भेजा है उनको कुछ मनुवादियों द्वारा गोली मारने की धमकी दी जी रही है, धमकी देने वाले मनुवादी भेड़िये सिर्फ इतना जान ले अगर मेरे छोटे भाई को हवा भी लगी तो काशी हिंदू विश्वविद्यालय में छिपने की जगह भी नही मिलेगी,अब हम और रोहित वेमुला नही खोने वाले।”
ये पत्र छोटे भाई चंदन सागर ने मुझे भेजा है उनको कुछ मनुवादियों द्वारा गोली मारने की धमकी दी जी रही है,धमकी देने वाले मनुवादी भेड़िये सिर्फ इतना जान ले अगर मेरे छोटे भाई को हवा भी लगी तो काशी हिंदू विश्वविद्यालय में छिपने की जगह भी नही मिलेगी,अब हम और रोहित वेमुला नही खोने वाले। pic.twitter.com/xVSlpGPaZD
— Chandra Shekhar Aazad (@BhimArmyChief) April 27, 2019
कानून व्यवस्था को खुलेआम हाथ में लेने कि बात करते हुए भीम आर्मी संस्थापक विश्विधालय में घुसकर मारने कि धमकी दे रहे है।
दरअसल मामला बनारस हिन्दू विश्विद्यालय से जुड़ा है जहाँ के एक छात्र चन्दन ने हिन्दू देवी देवताओ को लेकर एक बेहद आपत्ति जनक पोस्ट लिखा जिसमे वह लिखते है “हिन्दुओ के देवी देवता और ढोंग”।
पोस्ट को आप नीचे देख सकते है ….
उसके बाद चन्दन लिखते है “रोग सदियों पुराना,अहंकार में इतना इतराना। परिणाम खात्मा।”
इस पोस्ट के बाद पुरे BHU में बवाल मच गया और किसी अनजान ने चन्दन को धमकी भरा पत्र लिखते हुए सलिखे से रहने को कह दिया।
धमकी भरे पत्र के बाद चन्दन ने 16 अप्रैल को थाने में एससी एसटी एक्ट के तहत FIR भी दर्ज करवाई थी।
जिसके बाद भीम आर्मी संस्थापक ने एक बार फिर जातिवादी उन्माद को जन्म देने का प्रयास करते हुए समाज में डर का माहौल पैदा करने का प्रयास किया है।
आपको बता दे की इससे पहले कई बार चंद्रशेखर सवर्ण विरोधी बयान देते आये है जिसके कारण वह काफी विवादों में भी घिरे रहते है।