बौद्ध कथा में दुर्गा मां को बताया वैश्या, पुतले को जनेऊ पहना चप्पलों से पीटा, विरोध करने वालों पर लगाया SC-ST एक्ट
लखीमपुर खीरी. उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी जिले में हुई एक बौद्ध कथा में बोले गए हिन्दू देवी देवताओं के खिलाफ आपत्तिजनक प्रवचन का विरोध करना एक ब्राह्मण परिवार को भारी पड़ गया। विरोध करने पर बौद्ध कथा करा रहे लोग भड़क उठे और वह ब्राह्मण पक्ष से भीड़ गए। मामला मितौली थाना क्षेत्र के हरिहरपुर गाँव का है जहां 7 फरवरी से बौद्ध कथा का आयोजन किया गया था। आरोप है कि कथा में दुर्गा मां को वैश्या और ब्राह्मणों के पुतलो को चप्पलो से पीटा गया। कथा के दौरान धर्म विरोधी कार्य करने का विरोध ब्राह्मणों द्वारा किया गया तो उनके साथ बेरहमी से मारपीट की गई और फिर उल्टा एससी एसटी एक्ट का मुकदमा दर्ज करा दिया गया।
वहीं आरोप है कि पुलिस ने पीड़ितों पर ही उल्टा मारपीट, गैर इरादतन हत्या का प्रयास व एससी एसटी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया, जबकि मारपीट में घायल पीड़ितों की शिकायत पर आरोपियों के खिलाफ केवल मारपीट की मामूली धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया गया।
हालांकि सोशल मीडिया पर मामला उछलने के बाद हरकत में आये एसपी गणेश प्रसाद साहा ने खुद घटना स्थल का निरीक्षण करते हुए इस पूरे मामले में लापरवाही बरतने वाले और अपनी ड्यूटी ठीक से न करने वाले मढ़िया बाजार चौकी इंचार्ज महताब सिंह को निलंबित कर दिया गया है।
वहीं बौद्ध कथा के दौरान मंच से आपत्तिजनक टिप्पणी करने और गाँव का माहौल खराब करने वाले आरोपी कथावाचक चंद्रप्रकाश गौतम निवासी ग्राम अमरगंज मजरा पट्टी थाना टड़ियावां जिला हरदोई को पुलिस ने सोमवार को दतेली भट्टे के पास से गिरफ्तार कर जेल भेज दिया हैं।
हिन्दू देवी देवताओं और ब्राह्मणों को बनाया जा रहा निशाना
आपको बता दें कि यह पहला मामला नहीं है, जब हिन्दू देवी-देवताओं और ब्राह्मण पर आपत्तिजनक टिप्पणी करके हिन्दू धर्म में आस्था रखने वाले करोड़ों लोगों की धार्मिक भावनाओं को आहत करने का काम किया गया है, इससे पहले भी कई बार धर्म विरोधियों द्वारा अपने निजी और राजनैतिक स्वार्थ के लिए हिन्दू धर्म ग्रंथों, देवी-देवताओं और ब्राह्मणों को लगातार निशाना बनाया जाता रहा हैं।