साधुओं की लिंचिंग पे बोले संबित पात्रा- ‘पालघर की भीड़ में NCP व CPIM नेता भी थे शामिल’
पालघर (Maha) : साधुओं की हत्या पर भाजपा नेताओं नें NCP व लेफ्ट नेताओं पर सवाल उठाए हैं।
महाराष्ट्र में दो साधुओं की हुई हत्या पर वहां के शासन व प्रशासन पर भी राजनीतिक दलों ने सवाल उठाने शुरू कर दिए हैं।
उधर महाराष्ट्र में मुख्य विपक्षी दल भाजपा नें हत्या को लेकर स्थानीय विधायक पर हत्या की जिम्मेदारी बताई है।
भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा नें अपने एक बयान में कहा कि “महाराष्ट्र के पालघर ज़िला जहाँ संतो की निर्मम हत्या हुई, वो डहानु विधानसभा क्षेत्र है। यह क्षेत्र CPI(M) का गढ़ है। यहाँ के विधायक भी कम्युनिस्ट पार्टी के है। CPI(M) के साथ NCP का भी गठबंधन है इस क्षेत्र में। यह हत्या मार्क्सवादी गुंडो का काम है और इसलिए पूरी left ब्रिगेड चुप है।”
महाराष्ट्र के पालघर ज़िला जहाँ संतो कि निर्मम हत्या हुई,वो डहानु विधानसभा क्षेत्र है।
यह क्षेत्र CPI(M) का गढ़ है।यहाँ के विधायक भी communist पार्टी के है।
CPI(M) के साथ NCP का भी गठबंधन है इस क्षेत्र में।
यह हत्या मार्क्सवादी गुंडो का काम है और इसलिए पूरी left ब्रिगेड चुप है।— Sambit Patra (@sambitswaraj) April 20, 2020
इसके अलावा उन्होंने भीड़ में NCP व CPIM नेता के भीड़ में होने का मुद्दा उठाया। पात्रा नें अपने बयान में कहा कि “महाराष्ट्र सरकार को जवाब देना होगा : NCP और CPI(M) के नेता पालघर के उस अमानवीय भीड़ में क्या कर रहें थे ? आप लोग गठबंधन की सरकार चलाते हैं इसका ये अर्थ नहीं है की आप एक दूसरे के पापों पर पर्दा डालेंगे।”
महाराष्ट्र सरकार को जवाब देना होगा:
NCP और CPI(M) के नेता पालघर के उस अमानवीय भीड़ में क्या कर रहें थे?
आप लोग गठबंधन की सरकार चलाते है इसका ये अर्थ नहीं है की आप एक दूसरे के पापों पर पर्दा डालेंगे।
संतो की हत्या या साज़िश ? https://t.co/vb2RuWkoyF— Sambit Patra (@sambitswaraj) April 20, 2020
आपको बता दें कि इस कांड में अब तक 110 से अधिक लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है। वहीं जिम्मेदारी से चूक के कारण उद्धव सरकार नें दो पुलिस अधिकारियों को भी तत्काल सस्पेंड कर दिया है। उन्होंने ये भी साफ किया है कि इस हत्या में कोई धार्मिक एंगल नहीं है।
【नोट : ये मीडिया हाउस दिल्ली विश्वविद्यालय के मीडिया छात्रों द्वारा चलाया जा रहा है】